आपका अखबार ब्यूरो।
पूरे देश में सोमवार एक मार्च से शुरू कोरोना वायरस वैक्सीनेशन के दूसरे चरण (फेज 2) में 60 साल से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही दिन सुबह छह बजे के करीब नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में कोविड-19 वैक्सीनेशन का पहला टीका लगवाया। दूसरा टीका 28 दिन बाद लगाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर यह जानकारी लोगों के साथ साझा की और अपील की कि जो भी लोग योग्य हैं वे टीका जरूर लगवाएं। विपक्ष के नेताओं सहित कई लोगों ने वैक्सीन के बारे में अनर्गल बातें कहकर लोगों में संशय फैलाने की कोशिश की थी। मोदी ने कोवैक्सीन का डोज लेकर भारत बायोटिक के टीकों पर सवाल उठाने वाले विपक्षी नेताओं को भी जवाब दे दिया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी कोविड 19 का टीका लगवाया और बाकी लोगों से टीका लगवाने की अपील की।
सुबह से ही देश के तमाम अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने के लिए लोग पहुंचने लगे थे। डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.कोविन.जीओवी.इन पोर्टल पर सुबह नौ बजे से रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया। लोग टीकाकरण के लिए अपने को किसी भी समय और कहीं पर भी पोर्टल पर रजिस्टर्ड करवा सकते हैं।
किनको लग रहा टीका
कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे फेज में 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाया जा रहा है। इसके अलावा 45 वर्ष से 59 वर्ष आयु वाले उन लोगों को भी कोरोना का टीका लगाया जाएगा जो गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ऐसी 20 गंभीर बीमारियों की सूची भी जारी की है। इनमें दस साल से अधिक समय से डायबिटीज, हाइपरटेंशन, ल्यूकेमिया बोन मेरो, किडनी, लिवर और हृदय संबंधी बीमारियां शामिल हैं।
जरूरी दस्तावेज
टीकाकरण के लिए इन दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी इसलिए इन्हें साथ लेकर टीकाकरण केंद्र जाएं। इनमें आधार कार्ड, वोटर आईडी, फोटो आईडी कार्ड, 45 वर्ष से 59 वर्ष के आयु वर्ग के नागरिकों को कॉमरेडिटी (गंभीर बीमारी का) प्रमाण पत्र और रोजगार प्रमाण पत्र (आधिकारिक पहचान पत्र फोटो के साथ) शामिल हैं।
सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन मुफ्त, प्राइवेट में 250 रु.
वैक्सीनेशन प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में हो रहा है। सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में वैक्सीन लगाई जा रही है। प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना का टीका लगवाने के लिए रुपये देने पड़ेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार प्राइवेट अस्पताल कोविड-19 टीके की प्रति खुराक के लिए अधिकतम 250 रुपये तक की फीस ले सकते हैं। इसमें 150 रुपये टीके की कीमत और 100 रुपये सेवा शुल्क है। यह व्यवस्था अगले आदेशों तक लागू रहेगी। दोनों वैक्सीन के लिए 500 रुपये खर्च होंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के इस निर्णय की सूचना सभी प्रदेशों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजी जा चुकी है।
कितने प्राइवेट अस्पतालों में लगेगा कोरोना का टीका
इस बार कोरोना टीकाकरण के नए केंद्रों के तौर पर आयुष्मान भारत योजना के तहत दस हजार से अधिक निजी अस्पतालों और केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के तहत 600 से अधिक अस्पतालों को स्टेट स्कीम के तहत कोविड टीकाकरण केंद्र के रूप में शामिल किया गया है।
सीएम योगी ने किया निरीक्षण
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने वहां चल रहे कोविड-19 टीकाकरण अभियान का निरीक्षण किया।
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