योगी सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग को दिया लक्ष्य, सभी के लिए तय की जिम्मेदारी।
बेसिक शिक्षा विभाग को दिए गए निर्देशों के अनुसार प्रत्येक एकेडमिक रिसोर्स परसन (एआरपी) को दिसंबर तक 10 स्कूलों को निपुण बनाना होगा। इस तरह इस डेडलाइन तक 44 हजार से ज्यादा स्कूलों को निपुण बनाना लक्ष्य है। इसी तरह शिक्षक संकुलों के लिए जुलाई 2023 तक अपने स्कूलों को निपुण बनाना अनिवार्य होगा। इसके माध्यम से 41 हजार से ज्यादा स्कूलों को निपुण बनाने का लक्ष्य है। यही नहीं प्रत्येक जिले में कम से कम एक ब्लॉक को भी निपुण बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि इस तरह दिसंबर माह तक 75 ब्लष्क को निपुण बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। निर्देषों के साथ-साथ टूलकिट भी तय की गई है। इसके अंतर्गत संदर्षिका एवं निर्देषिका में उल्लिखित लेसन प्लान को 100 प्रतिशत कक्षाओं में लागू करना होगा। निपुण तालिका के द्वारा 100 प्रतिषत स्कूल बेस्ड असेसमेंट पूर्ण करना होगा। साथ ही मेंटर्स के द्वारा स्पष्ट असेसमेंट किया जाएगा, जबकि डायट स्टूडेंट्स द्वारा स्पष्ट असेसमेंट सुनिश्चित किया जाएगा। सभी स्कूलों में टीचर्स के बीच उचित कार्य आवंटन और कक्षा विभाजन सुनिश्चित करना होगा।
निपुण असेसमेंट टेस्ट-1 में बेहतर रहा छात्रों का प्रदर्शन
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार स्कूलों को निपुण बनाने के लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है और तय मानकों के अनुरूप स्कूलों की निगरानी भी की जा रही है। इसी क्रम में नवंबर-दिसंबर के बीच निपुण असेसमेंट टेस्ट-1 का आयोजन किया गया। इसमें 80 प्रतिशत से ज्यादा छात्रों की उपस्थिति दर्ज की गई। प्रदेश में 14 प्रतिशत छात्र इस टेस्ट में 90 प्रतिशत से अधिक, 21 प्रतिशत 75 से 90 प्रतिशत के बीच, 17 प्रतिशत 60 से 75 प्रतिशत अंक पाने में सफल रहे। टेस्ट में सफल रहे टॉप-5 जिलों में वाराणसी, हापुड़, बस्ती, जौनपुर और गौतमबुद्धनगर रहे। सभी छात्रों को उनके रिपोर्ट कार्ड भी प्रदान कर दिए गए हैं। दूसरे निपुण असेसमेंट का आयोजन मार्च-अप्रैल 2023 में प्रस्तावित है।(एएमएपी)