इजरायल के युद्धग्रस्त क्षेत्र में फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षित वतन वापसी के लिए नेपाल के विदेश मंत्री विशेष विमान लेकर इजरायल के लिए रवाना हुए हैं। इजरायल की तरफ से नेपाल के विमान को अनुमति मिलने के बाद नेपाली नागरिकों की वापसी के लिए विदेश मंत्री स्वयं इजरायल गए हैं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की आपातकालीन बैठक में इजरायल में फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए काठमांडू से विशेष विमान भेजने का फैसला किया गया था। साथ ही कैबिनेट ने विदेश मंत्री एन.पी. साउद को स्वयं भी जाने को कहा। नेपाल एयरलाइन्स के विशेष विमान से बुधवार की देर रात दुबई होते हुए यरूशलम के लिए रवाना होने की जानकारी दी गई है।
सीखो और कमाओ योजना के तहत विदेश गए थे छात्र
नेपालियों ने इजरायल से प्रियजनों की वापसी के लिए जलाईं मोमबत्तियां
स्पेन ने इजरायल से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए दो सैन्य विमान भेजे
रॉयटर्स, मैड्रिड। स्पेन की कार्यवाहक रक्षा मंत्री मार्गरीटा रोबल्स ने कहा कि स्पेन ने इजरायल से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए दो सैन्य विमान भेजे हैं। इजरायल में मैड्रिड के दूतावास का अनुमान है कि लगभग स्पेन में लगभग 500 नागरिक वहां पर्यटन या अन्य कार्य से इजरायल गए, लेकिन वहां हमास के हमले के बाद वाणिज्यिक उड़ानें निलंबित किए जाने के कारण वापस नहीं लौट सके हैं। उन्होंने बताया कि नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रसाद सउद भी उसी विमान में सवार होंगे।
प्रवक्ता ने बताया हालांकि, हमास द्वारा गत शनिवार को किए गए हमले में मारे गए 10 नेपाली छात्रों के शव विमान से नहीं लाए जाएंगे। लम्साल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मारे गए लोगों के शवों को सौंपने की प्रक्रिया अबतक इजराइली सरकार द्वारा पूरी नहीं की गई है, हमें मारे गए लोगों के शव वापस लाने के लिए इंतजार करना होगा।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमा युद्धग्रस्त देश से नेपाली नागरिकों की वापसी में छात्रों को प्राथमिकता देंगे। किसी को भी वहां फंसा हुआ नहीं छोड़ा जाएगा और अगर हमें नेपाली नागरिकों को लाने के लिए जरूरत पड़ेगी तो दूसरी वाणिज्यिक उड़ान की व्यवस्था करेंगे।’’
इजराइल के किब्बुत्ज स्थित फार्म पर शनिवार को जब हमास ने हमला किया तब वहां पर 17 नेपाली छात्र थे जिनमें से 10 मारे गए, छह अन्य बचने में सफल रहे जबकि एक अब भी लापता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि हमले में चार नेपाली छात्रों जख्मी हुए हैं जिनका इजराइली सरकार की सहायता से अस्पताल में इलाज चल रहा है। नेपाल से ‘लर्न ऐंड अर्न’ इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत नेपाल के 265 कृषि पाठ्यक्रम के छात्र इजराइल के विभिन्न विश्वविद्यालयों में गए थे। इनके अलावा 450 अन्य नेपाली छात्र भी इजराइल में अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि नेपाली छात्रों को स्वदेश लाने पर होने वाला खर्च सरकार वहन करेगी। (एएमएपी)