इजरायल के युद्धग्रस्त क्षेत्र में फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षित वतन वापसी के लिए नेपाल के विदेश मंत्री विशेष विमान लेकर इजरायल के लिए रवाना हुए हैं। इजरायल की तरफ से नेपाल के विमान को अनुमति मिलने के बाद नेपाली नागरिकों की वापसी के लिए विदेश मंत्री स्वयं इजरायल गए हैं।

इससे पहले, प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल प्रचण्ड की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की आपातकालीन बैठक में इजरायल में फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए काठमांडू से विशेष विमान भेजने का फैसला किया गया था। साथ ही कैबिनेट ने विदेश मंत्री एन.पी. साउद को स्वयं भी जाने को कहा। नेपाल एयरलाइन्स के विशेष विमान से बुधवार की देर रात दुबई होते हुए यरूशलम के लिए रवाना होने की जानकारी दी गई है।

नेपाल सरकार ने मंगलवार को कहा कि इजरायल में मौजूद सभी नेपाली छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सऊद ने अपने इजरायली समकक्ष एली कोहेन को फोन  किया और हमास हमले में मारे गए 10 छात्रों के शवों को वापस लाने के लिए सहयोग मांगा। सऊद ने कोहेन से इजरायल में पढ़ रहे नेपाली छात्रों को नेपाल लाने के लिए भी मदद मांगी। कोहेन ने नेपाली छात्रों की स्वदेश वापसी और शवों को नेपाल वापस लाने के लिए सहायता करने का भी आश्वासन दिया।नेपाल के विदेश मंत्रालय ने कहा, इजरायली सेना की सहायता से हमने सभी छात्रों को सुरक्षित क्षेत्रों में पहुंचा दिया है।

सीखो और कमाओ योजना के तहत विदेश गए थे छात्र

मंत्रालय इजरायल में नेपाल दूतावास की टीम के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए है। नेपाल के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता सेवा लमसल ने कहा, दुख की बात है कि पिछले शनिवार हमास के हमले में 10 नेपाली छात्रों की जान चली गई। हमास के हमले की चपेट में 17 नेपाली छात्र आए थे। इनमें से चार घायल है। उनका इलाज इजरायली सेना की सहायता से किया जा रहा है। एक छात्र से संपर्क नहीं हो सका है। बाकी दो इजरायली सरकार की सुरक्षा में हैं। ये छात्र उन 49 छात्रों में से थे, जो 11 महीने के सीखो और कमाओ योजना के तहत पिछले महीने इजरायल गए थे। शेष 32 छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।

नेपालियों ने इजरायल से प्रियजनों की वापसी के लिए जलाईं मोमबत्तियां

रॉयटर्स के अनुसार इजरायल से प्रियजनों की वापसी के लिए नेपाली नागरिकों ने ने प्रधानमंत्री कार्यालय के पास मंगलवार को मोमबत्तियां जलाईं। लोगों ने इजरायल से अपनों की वापसी की मांग की।

स्पेन ने इजरायल से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए दो सैन्य विमान भेजे

रॉयटर्स, मैड्रिड। स्पेन की कार्यवाहक रक्षा मंत्री मार्गरीटा रोबल्स ने कहा कि स्पेन ने इजरायल से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए दो सैन्य विमान भेजे हैं। इजरायल में मैड्रिड के दूतावास का अनुमान है कि लगभग स्पेन में लगभग 500 नागरिक वहां पर्यटन या अन्य कार्य से इजरायल गए, लेकिन वहां हमास के हमले के बाद वाणिज्यिक उड़ानें निलंबित किए जाने के कारण वापस नहीं लौट सके हैं। उन्होंने बताया कि नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रसाद सउद भी उसी विमान में सवार होंगे।

प्रवक्ता ने बताया हालांकि, हमास द्वारा गत शनिवार को किए गए हमले में मारे गए 10 नेपाली छात्रों के शव विमान से नहीं लाए जाएंगे। लम्साल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मारे गए लोगों के शवों को सौंपने की प्रक्रिया अबतक इजराइली सरकार द्वारा पूरी नहीं की गई है, हमें मारे गए लोगों के शव वापस लाने के लिए इंतजार करना होगा।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमा युद्धग्रस्त देश से नेपाली नागरिकों की वापसी में छात्रों को प्राथमिकता देंगे। किसी को भी वहां फंसा हुआ नहीं छोड़ा जाएगा और अगर हमें नेपाली नागरिकों को लाने के लिए जरूरत पड़ेगी तो दूसरी वाणिज्यिक उड़ान की व्यवस्था करेंगे।’’

इजराइल के किब्बुत्ज स्थित फार्म पर शनिवार को जब हमास ने हमला किया तब वहां पर 17 नेपाली छात्र थे जिनमें से 10 मारे गए, छह अन्य बचने में सफल रहे जबकि एक अब भी लापता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि हमले में चार नेपाली छात्रों जख्मी हुए हैं जिनका इजराइली सरकार की सहायता से अस्पताल में इलाज चल रहा है। नेपाल से ‘लर्न ऐंड अर्न’ इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत नेपाल के 265 कृषि पाठ्यक्रम के छात्र इजराइल के विभिन्न विश्वविद्यालयों में गए थे। इनके अलावा 450 अन्य नेपाली छात्र भी इजराइल में अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे हैं।

सूत्रों ने बताया कि नेपाली छात्रों को स्वदेश लाने पर होने वाला खर्च सरकार वहन करेगी। (एएमएपी)