योगी सरकार हर साल की तरह इस बार भी अयोध्या के दीपोत्सव को दिव्य और भव्य बनाने की तैयारी कर रही है। इस बार 21 लाख दीये जलाकर पर्यटन विभाग विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी कर रहा है। इसके साथ ही पर्यटन विभाग व अयोध्या जिला प्रशासन ने इस बार एक नया प्रयास भी किया है। इसके तहत आप भी घर बैठे दीपोत्सव का हिस्सा बन सकते हैं। एप के माध्यम से आप घर बैठे अयोध्या में एक से लेकर 51 दीयों तक दान देकर उन्हें रोशन कर सकते हैं। एक दीप के लिए जहां आपको 101 रुपये खर्च करने होंगे तो वहीं, 11 दीयों के लिए 251 रुपये, 21 के लिए 501 रुपये और 51 दीयों के लिए 1100 रुपये ऑनलाइन दे सकते हैं।

देश या विदेश कहीं से बुक करा सकेंगे दीये

पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि विभाग ने ‘होली अयोध्या’ नाम से एक मोबाइल एप तैयार किया है। इससे आम लोग आसानी से घर बैठे अयोध्या के दीपदान में शामिल हो सकेंगे। यह मोबाइल एप एंड्रायड व एप्पल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। इस एप को कोई भी व्यक्ति डाउनलोड कर एक या उससे अधिक दीये अपने नाम से बुक कर सकते हैं। खास बात यह कि दीपोत्सव के बाद पर्यटन विभाग संबंधित व्यक्ति के पते पर यह दीया, प्रसाद व सरयू का जल भी प्रसाद के रूप में भेजेगा। इस एप के माध्यम से तय की गई सहायता राशि देकर कोई भी दीप जलवा सकता है। वह अपने नाम से, अपने परिजनों के नाम से एक से लेकर 51 दीये तक बुक करा सकते हैं। इस एप पर आने वाले आवेदन को जिला प्रशासन देखेगा और उसके अनुसार दीये जलवाने की व्यवस्था करेगा। उन्होंने कहा कि देश ही नहीं विदेशों में रह रहे लोग भी इस दीपोत्सव से जुड़ना चाहते हैं। ऐसे में यह उनके लिए अच्छी सुविधा होगी।

 एप पर दीपदान के मिलेंगे चार पैकेज

एप पर दीप प्रज्ज्वलन के अलग-अलग पैकेज रखे गए हैं। 101 से 1100 रुपये तक के चार पैकेज में पहला पैकेज 101 रुपये का है, जिसमें एक दीप प्रज्ज्वलित होगा। इसका प्रमाण डिजिटल रूप से श्रद्धालु के नाम से भेजा जाएगा। दूसरा पैकेज 251 रुपये का है। इसमें 11 दीप जलेंगे। प्रमाण के रूप में जले हुए दीपों के साथ रामजन्मभूमि का प्रसाद कोरियर से भेजा जाएगा। इसी तरह तीसरा पैकेज 501 रुपये का है, जिसमें 21 दीप जलाए जाएंगे तथा दीपों के साथ प्रसाद, रामनामी गमछा, सरयु का जल दानदाता को कोरियर से भेजा जाएगा। चौथे पैकेज में 1100 रुपये का ऑनलाइन भुगतान करना होगा, जिसमें 51 दीप प्रज्ज्वलित होंगे। इसमें दीपों के अतिरिक्त रामलला का प्रसाद, रामनामी गमछा, सरयू जल के साथ राममंदिर का मॉडल कोरियर से भेजा जाएगा।  (एएमएपी)