चीन की नई चाल, नए नक्शे में अरुणाचल, अक्साई चिन को अपने हिस्से में दिखाया
भारत में जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले चीन ने क्षेत्रीय दावों को दर्शाते हुए नया आधिकारिक मानचित्र जारी किया है। इस नए नक्शे में भारत के पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन क्षेत्र को चीन की सीमाओं के भीतर दिखाया गया है। चीन के प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय के इस नए नक्शे में अपनी पश्चिमी सीमाओं पर क्षेत्रीय दावे करने के साथ ही पूरे दक्षिण चीन सागर को कवर करने वाली तथाकथित ”नाइन-डैश लाइन” को पिछले संस्करणों की तरह मानचित्र पर दिखाया है। पिछले मानचित्रों की तरह एक ”दसवां डैश” ताइवान के पूर्व में रखा गया है, जो द्वीप पर बीजिंग के दावों को रेखांकित करता है।नवीनतम मानचित्र अप्रैल में बीजिंग की घोषणा के बाद आया है कि वह अरुणाचल प्रदेश में 11 स्थानों के नामों को ”मानकीकृत” करेगा, जिसमें अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के करीब का एक शहर भी शामिल है। यह अरुणाचल प्रदेश में स्थानों का ”नाम बदलने” वाली तीसरी ऐसी सूची थी। चीन का यह नया नक्शा तब सामने आया है, जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नई दिल्ली में 9-10 सितंबर को होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने की उम्मीद है। हैरान करने वाली बात है कि यह घटनाक्रम दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की छोटी मुलाकात के बाद जारी किया गया। 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर पीएम मोदी और जिनपिंग सीमा पर शांति बहाल करने पर रजामंद हुए थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सार्वजनिक उपयोग के लिए मानक मानचित्र जारी करने के बाद प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय स्थान आधारित सेवाओं, सटीक कृषि, प्लेटफॉर्म अर्थव्यवस्था समेत विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग के लिए ”डिजिटल मानचित्र और नेविगेशन और पोजिशनिंग” भी जारी करेगा। इस वर्ष पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के सर्वेक्षण और मानचित्रण कानून की 30वीं वर्षगांठ है, जिसे सर्वेक्षण और मानचित्रण प्रशासन को मजबूत करने और इसके विकास को बढ़ावा देने के लिए पारित किया गया था।
बीजिंग ने 2022 में एक नया सीमा कानून पारित करके सीमा क्षेत्रों के प्रबंधन को कड़ा कर दिया है, जो चीन में नागरिक और सैन्य अधिकारियों के लिए विभिन्न जिम्मेदारियों को सूचीबद्ध करता है। नए नाम जारी करना कानून के अनुच्छेद 7 से संबंधित है, जो सरकार के सभी स्तरों पर सीमा शिक्षा को बढ़ावा देने का आह्वान करता है। अनुच्छेद 22 चीनी सेना को सीमा पर अभ्यास करने और आक्रमण, अतिक्रमण और उकसावे को दृढ़ता से रोकने और मुकाबला करने के लिए कहता है। जारी किए गए नए नक्शे को इसी सीमा कानून से भी जोड़कर देखा जा रहा है।(एएमएपी)