प्रधानमंत्री की एक झलक पाने के लिए लंबी यात्रा कर पहुंचे भारतवंशी।

अमेरिकी यात्रा पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर भारतीय मूल के नागरिकों में खासा आकर्षण देखा जा रहा है। लंबी यात्रा कर पहुंचे लोग अपने प्रिय नेता से मिलने हाथों में तिरंगा लिए और मोदी-मोदी के नारे लगाते हुए सड़कों के किनारे देखे गए। पीएम मोदी ने भी हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।

 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक झलक पाने के लिए एयरपोर्ट पर और सड़कों के किनारे भारतवंशी लोगों की लंबी लाइन देखी गई। पीएम मोदी से मिलने पहुंचे 69 वर्षीय हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. भोलानाथ रामा और उनकी पत्नी सुनीता रामा न्यूयॉर्क पहुंचे थे। यह दंपति पीएम मोदी से मिलने के लिए ओहायो से नौ घंटे की यात्रा तय कर यहां पहुंचा था। डॉ. भोलानाथ ने कहा कि पीएम मोदी भारत के लिए सबसे अच्छे व्यक्ति हैं। वह देश की प्रगति के लिए सबकुछ कर रहे हैं। रामा ने कहा कि मोदी का समर्थन किया जाना चाहिए। रामा ने भ्रष्टाचार के मामलों में सरकार की कार्रवाई का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो ‘नेताओं को दंडित कर रहे हैं।’

इसी तरह, भारतवंशी रश्मिन एस मास्टर ने बृहस्पतिवार को वाशिंगटन डीसी में प्रधानमंत्री के स्वागत समारोह को देखने के लिए उत्साह के साथ अपना प्रवेश टिकट दिखाया। मास्टर (70) मोदी को भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाने का श्रेय देते हैं। उन्होंने कहा कि मैं 1975 से अमेरिका में हूं। मोदी जो बदलाव लाए हैं, मैंने उसे देखा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 23 जून को प्रवासियों की एक सभा को संबोधित करेंगे। हालांकि इस कार्यक्रम में 1,000 लोग ही शामिल हो सकते हैं। इस बीच, कई लोग वाशिंगटन डीसी में दक्षिण लॉन में प्रधानमंत्री के औपचारिक स्वागत का निमंत्रण प्राप्त करने के प्रयास में जुटे हैं। मास्टर ने अपने मोबाइल पर टिकट दिखाते हुए कहा, ‘मैं भाग्यशाली हूं।’

शास्त्रीय नृत्यांगना दिशा पांड्या लॉन्ग आइलैंड से दो घंटे की ट्रेन यात्रा के बाद दो बच्चों के साथ होटल पहुंचीं। उनकी एकमात्र इच्छा मोदी की एक झलक पाने की है और उन्हें भरोसा है कि उनका सपना पूरा होगा। मोदी जिस होटल में ठहरेंगे, उसके बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बीच भारतीय अमेरिकियों के उत्साही समूह ने दिल खोलकर उनके समर्थन में नारे लगाए। अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा के लिए मोदी मंगलवार को न्यूयॉर्क पहुंचे हैं।(एएमएपी)