उत्तर प्रदेश में शारदीय नवरात्रि के साथ मिशन शक्ति के चौथे चरण की शुरुआत हो रही है. सीएम योगी ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘मिशन शक्ति’ अभियान का समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) द्वारा महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से चलाए गए ‘मिशन शक्ति’ अभियान से महिलाओं के सपनों को नई उड़ान मिल रही है. उत्तर प्रदेश में शारदीय नवरात्रि के साथ मिशन शक्ति के चौथे चरण की शुरुआत हो रही है. सीएम योगी ने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘मिशन शक्ति’ अभियान का समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है. UP: प्रतापगढ़ बना मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़ जंक्शन, इन दो स्टेशनों के नाम भी बदले गए।

मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 14 अक्टूबर को राज्य भर में वाहन रैली आयोजित करके और महिला सशक्तिकरण से संबंधित केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करके चरण की शुरुआत की जाएगी।

आत्मरक्षा में दक्ष बनेंगी UP की बेटियां

इस मिशन के जरिए योगी सरकार उत्तर प्रदेश में बेटियों की सुरक्षा के लिए मिशन शक्ति के अगले चरण में उन्हें आत्मरक्षा में दक्ष बनाने का प्रयास करेगी, ताकि उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए दूसरों पर निर्भर न रहना पड़े. इसके तहत न सिर्फ उन्हें आत्मरक्षा में दक्ष बनाने का प्रयास किया जाएगा, बल्कि उन्हें विभिन्न महिला कानूनों से भी परिचित कराया जाएगा, जिससे वो समय पड़ने पर अपने अधिकारों का लाभ ले सकें।

विज्ञप्ति के अनुसार, सीएम योगी ने इस बात पर जोर दिया कि फील्ड में तैनात महिला अधिकारियों को महिलाओं को सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देनी चाहिए और प्राथमिकता के आधार पर उनकी समस्याओं का समय पर समाधान सुनिश्चित करना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा, ”यह अभियान प्रत्येक ग्राम पंचायत और वार्ड में आयोजित किया जाए और इसमें ग्राम प्रधान, महिला पुलिस बीट, लेखपाल, पंचायत सचिव, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी, एएनएम की भागीदारी सुनिश्चित की जाए।

महिलाओं को योजनाओं की जानकारी देंगे अधिकारी

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस अवसर पर केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलायी गयी महिला सशक्तिकरण एवं महिला सुरक्षा जागरूकता से संबंधित योजनाओं की जानकारी प्रदान करने जैसे कार्य सुनिश्चित किये जायें. बीट अधिकारी सप्ताह में एक बार पंचायत भवन पर जाकर महिलाओं की समस्याओं का समाधान करें. लोगों को विभिन्न सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के बारे में सूचित किया जाना चाहिए और इन योजनाओं का लाभ उठाने में आने वाली समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा, “इस अभियान के दौरान पूरे प्रदेश में बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के बच्चों को शामिल करते हुए जन जागरूकता हेतु प्रभात फेरी निकाली जाए. साथ ही गृह विभाग द्वारा मिशन शक्ति के जागरूकता अभियान हेतु पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग किया जाए. सभी विभाग मिशन शक्ति अभियान से जुड़े लोग 14 और 15 अक्टूबर को जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें. इसके बाद 16 अक्टूबर से विभागवार निर्धारित कार्यक्रम भव्य तरीके से आयोजित किए जाएं।

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14 अक्टूबर को प्रदेश भर में एक साथ वाहन रैली निकाली जाए

सीएम योगी ने कहा कि 14 अक्टूबर को प्रदेश भर में एक साथ वाहन रैली निकालकर केंद्र और राज्य सरकार की महिलाओं से जुड़ी योजनाओं के बारे में लोगों को जागरुक करते हुये इसका नवीन चरण प्रारंभ किया जाए। उन्होंने कहा कि फील्ड में तैनात महिला बीट अधिकारी महिलाओं के बीच जाकर शासन की योजनाओं के बारे में जानकारी दें। बीट अधिकारी सप्ताह में एक दिन पंचायत भवन में जाकर महिलाओं की समस्याओं का निस्तारण करें। मिशन शक्ति अभियान से जुडे़ सभी विभाग 14 और 15 अक्टूबर को जागरुकता के कार्यक्रमों का आयोजन करें। वहीं 16 अक्टूबर से विभागवार निर्धारित कार्यक्रमों को भव्य आयोजन किया जाए।

कहीं जाम की स्थिति न बनने पाए

मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रैफिक की प्रभावी मॉनिटरिंग की जाए और जाम की समस्या न बनने दी जाए। प्रदेशवासियों के साथ प्रशासन और पुलिस के लोग सहयोगपूर्ण व्यवहार करें। आगामी त्योहारों के मद्देनजर पटाखों की दुकानें भीड़ भाड़ इलाके में न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए।  नगर विकास विभाग सिटी बसों में पैनिक बटन की व्यवस्था को सुचारु रूप से चालू करें । बस ड्राइवर, ई-रिक्शा चालक, टू-व्हीलर चालक का पंजीकरण जरूर किया जाए। किरायेदारों का सत्यापन अनिवार्य रूप से किया जाए।

बीसी सखियों समेत स्वयं सहायता समूहों को बनाया जाएगा मास्टर ट्रेनर

मिशन शक्ति अभियान के लिए विभागवार प्रस्तावित कार्ययोजना के अनुसार ग्राम्य विकास विभाग के तहत 36816 ग्राम पंचायतों में 18-40 आयु वर्ग की बीसी सखियों और 18-40 आयु वर्ग की समूह सखियों, कृषि आजीविका सखियों, स्वास्थ्य सखी, विद्युत सखी, स्वयं सहायता समूह को स्थानीय महिला पुलिस के माध्यम से आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रदान कर मास्टर ट्रेनर के रूप में दक्ष किया जाएगा। ये मास्टर ट्रेनर ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न माध्यमों से बेटियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाएंगी।

चलाया जाएगा दुर्गा शक्ति मेगा सेफ्टी वर्कशॉप

इसी तरह महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत दुर्गा शक्ति मेगा सेफ्टी वर्कशॉप के अंतर्गत बालिका गृहों में आवासित बालिकाओं के लिए सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षण कार्यशालाएं आयोजित कराई जाएंगी। शक्ति कार्यशालाओं के तहत समस्त जनपदों में कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ लैंगिक उत्पीड़न (निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष) अधिनियम, 2013 के अंतर्गत गठित स्थानीय, आंतरिक परिवाद समितियों का प्रशिक्षण और अभिमुखीकरण भी किया जाएगा।

महिला दलों के साथ स्कूली बेटियों को भी मिलेगा प्रशिक्षण

युवा कल्याण विभाग निर्भया योजना के अंतर्गत महिला मंगल दलों को आत्मरक्षा, स्वावलंबन और सशक्तीकरण के लिए 7 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्रदान करेगा। वहीं, उच्च शिक्षा विभाग भी छात्राओं को आपातकाल में आत्मसुरक्षा के लिए मार्शल आर्ट, जूडो का प्रशिक्षण प्रदान कराने की व्यवस्था करेगा। इसके साथ ही पुलिस विभाग के सहयोग से प्रत्येक जनपद में महिला सुरक्षा एवं साइबर क्राइम पर जागरूकता अभियान का भी संचालन किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग में प्रोजेक्ट वीरांगना के अंतर्गत गृह विभाग के सहयोग से 11 हजार पीटीआई शिक्षकों को प्रशिक्षित करते हुए उच्च प्राथमिक विद्यालयों की 40 लाख बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। (एएमएपी)