गुजरात में जूनागढ़ के गिरनार पर्वत पर जाने के लिए रोपवे में छह केबिन की संख्या बढ़ाई गई है। दिवाली वेकेशन पर बड़ी संख्या में यात्री यहां पहुंच रहे हैं । इसके लिए 10 से 15 अक्टूबर के बीच इस रोपवे सर्विस का मेंटिनेंस के काम को पूरा किया गया। रोपवे के केबिन में छह नए केबिन जोड़े गए हैं। इससे इसकी संख्या 31 हो गई है। इससे करीब 25 फीसदी अधिक क्षमता के साथ यह एक घंटे में 800 से 1000 यात्रियों को गिरनार पर्वत पर पहुंचाना संभव हो गया है ।  वहीं, दिपावली वाले दिन भीड़ होने पर यात्रियों को रोपवे की सवारी के लिए अपेक्षाकृत कम इंतजार करना पड़ेगा। साथ ही रोपवे के अपर स्टेन के समीप बैठने की क्षमता भी बढ़ाई गई है। इससे यात्रियों को व्यू प्वॉइंट के आसपास प्राकृतिक सौंदर्य आसानी से निहारने का मौका मिलेगा।

कंपनी के अधिकारी दीपक कपलीश के का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2020 में गिरनार रोपवे का उद्घाटन किया था। इस सेवा का इस साल दिवाली पर दो साल पूरा हो रहा है। गिरनार आने वाले श्रद्धालुओं को पहले पर्वत पर ऊपर जाने में करीब सात से आठ घंटे लगते थे लेकिन रोपवे बनने के बाद यह महज 7-8 मिनट में ही सफर तय हो जाता है।

कंपनी के अधिकारी के अनुसार दो साल की अवधि में करीब 13 लाख से अधिक श्रद्धालु रोपवे का सफर कर चुके हैं। हालांकि कोरोना काल और मौसम खराब होने पर यह सेवा बंद थी। पिछले साल दिवाली में कोरोना कहर कम होने पर यह सेवा फिर से चालू की गई थी, जिससे महज 15 दिनों में ही करीब 90 हजार यात्रियों ने रोपवे का लाभ उठाया था। इस साल यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है। इसी वजह से कंपनी ने पहले से तैयारी करते हुए छह नए केबिन जोड़े हैं। कंपनी ने श्रद्धालुओं के लिए दिवाली के दौरान ऑनलाइन टिकट बुकिंग की भी सुविधा चालू की है। आगे टाइम स्लॉट के अनुसार श्रद्धालु टिकट बुकिंग करा सकेंगे।