इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, “हमने प्रस्ताव रखा था कि अफ्रीकन यूनियन को जी 20 की स्थायी सदस्यता दी जाए। विश्वास है कि इसमें आप सबकी सहमति है। आप सबकी सहमति से आगे की कार्रवाई शुरू करने से पहले अफ्रीकन यूनियन को सदस्य के रूप में आमंत्रित करता हूं।” बतौर अध्यक्ष प्रधानमंत्री मोदी ने जैसे ही इसे पारित किया, अफ्रीकन यूनियन के हेड अजाली असोमानी ने प्रधानमंत्री मोदी को गले लगा लिया। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के बाद विश्व में विश्वास का संकट पैदा हो गया है। यूक्रेन युद्ध ने इस संकट को और गहरा कर दिया है। ये सभी के साथ मिलकर चलने का समय है। वहीं दूसरी ओर जी-20 का स्थायी सदस्य बनने पर कोमोरोस संघ के अध्यक्ष और अफ्रीकी संघ (AU) के अध्यक्ष अज़ाली असौमानी ने अपना स्थान ग्रहण कर लिया।
मोरक्को में आए भूकंप पर जताया दुख
दिल्ली में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने सबसे पहले अपने भाषण में मोरक्को में आए भूकंप पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि ढाई हजार साल पहले भारत की भूमि ने पूरी दुनिया को ये संदेश दिया था कि मानवता का कल्याण और सुख सदैव सुनिश्चित किया जाए। इस संदेश को याद कर जी20 की शुरुआत करें। ये वो समय है जब सालों पुरानी चुनौतियां हमसे नए समाधान मांग रही हैं।
जी-20 में इंडिया की जगह दिखी ‘भारत’ की छाप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जी-20 की बैठक का शुभारंभ किया। शिखर सम्मेलन के दौरान जिस वक्त प्रधानमंत्री मेहमान देशों के नेताओं को संबोधित कर रहे थे, उस दौरान उनकी टेबल पर रखी वुडेन नेमप्लेट ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। दरअसल, नेमप्लेट पर दुनिया में आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले नाम ‘इंडिया’ की जगह ‘भारत’ लिखा था। (एएमएपी)