भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने ग्राहकों के लिए एक नई सुविधा की घोषणा की है। अब एसबीआई ग्राहकों को डिजिटल तौर पर भुगतान करने में आसानी होगी। एसबीआई ने भारतीय रिजर्व बैंक के ई रुपये (सीबीडीसी) पर यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) इंटरऑपरेबिलिटी की सुविधा देने का एलान किया है। इस कदम के साथ, एसबीआई का उद्देश्य अपने ग्राहकों की सुविधा और पहुंच में इजाफा करना है। एसबीआई अपने “ईरुपी एप्लिकेशन” के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को लेनदेन के लिए किसी भी मर्चेंट यूपीआई क्यूआर कोड को आसानी से स्कैन करने में सक्षम बनाएगी।बता दें कि एसबीआई आरबीआई की खुदरा डिजिटल ई-रुपया परियोजना में भाग लेने वाले पहले कुछ बैंकों में से एक था। यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) भारत की मोबाइल-आधारित फास्ट पेमेंट सिस्टम है, जो ग्राहकों को वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (वीपीए) का उपयोग करके चौबीसों घंटे भुगतान करने की सुविधा प्रदान करता है। यूपीआई भुगतान प्रणाली भारत में खुदरा डिजिटल भुगतान के लिए बेहद लोकप्रिय हो गई है, और इसे अपनानेवालों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।

एसबीआई ने एक विज्ञप्ति में कहा, “यूपीआई के साथ सीबीडीसी का निर्बाध एकीकरण बैंक के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, यह रोजमर्रा के लेनदेन में डिजिटल मुद्राओं की स्वीकृति और उपयोग को बढ़ाएगा। बैंक को लगता है कि यह एकीकरण डिजिटल मुद्रा पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक गेम चेंजर होगा।”

केंद्रीय बजट 2022-23 में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सेंट्रल बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) नामक डिजिटल मुद्रा को शुरू करने की घोषणा की थी। सीबीडीसी संप्रभु मुद्रा का एक इलेक्ट्रॉनिक रूप है। यह नकदी की तरह कोई ब्याज अर्जित नहीं करेगा, लेकिन इसे नकद के विभिन्न रूपों में परिवर्तित किया जा सकता है। एसबीआई से पहले यस बैंक और एक्सिस बैंक इस तरह की सुविधा शुरू कर चुके हैं।(एएमएपी)