पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की अगुवाई वाली पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) की सरकारों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी चल रही है। इस बात के संकेत पूर्व राष्ट्रपति और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के उपाध्यक्ष असिफ अली जरदारी ने दिए हैं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट गठबंधन पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा में अविश्वास प्रस्ताव लाएगा।जानकारी के अनुसार, एक इंटरव्यू में जरदारी ने जल्दी चुनाव की बात से इनकार किया है। उन्होंने कहा, ‘चुनाव के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। मुझे नहीं लगता कि जल्दी चुनाव कराना संभव है।’ जरदारी का कहना है कि उनके पास पंजाब में मुख्यमंत्री चौधरी परवेज इलाही की सरकार गिराने के लिए पर्याप्त आंकड़े हैं। उन्होंने इस बात को भी स्वीकारा की सीएम इलाही और उनके बीच दूरियां बढ़ गई हैं।

उन्होंने PML-Q नेता के साथ दोबारा कभी बातचीत की संभावनाओं से भी इनकार कर दिया है। जरदारी ने कहा, ‘उन्हें 17 मंत्रालय दिए और उन्हें (इलाही) को उप प्रधानमंत्री बनाया, लेकिन इस बार उन्होंने खुद ही बाहर होना चुना।’

खास बात है कि जरदारी की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव की बात ऐसे समय पर सामने आई है, जब इमरान सभी सभाओं से इस्तीफे की बात कर रहे हैं। पूर्व पीएम का कहना है कि उनकी पार्टी मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था में नहीं रहना चाहती। पीटीआई की पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और गिलगित बाल्टिस्तान में है। हालांकि, पार्टी की तरफ से पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा सभाओं को भंग करने की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है।

रहमानाबाद पार्टी के शक्ति प्रदर्शन के दौरान खान ने कहा था, ‘हम इस व्यवस्था का हिस्सा नहीं रहेंगे। हम ने सभी सभाएं और विधानसभाएं छोड़ने का फैसला किया है।’  (एएमएपी)