झारखंड के हजारीबाग  में बीएसएफ का 59वां स्थापना दिवस समारोह मनाया जा रहा है. इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह  शामिल हुए हैं. इस दौरान अमित शाह ने ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले बीएसएफ कर्मियों को श्रद्धांजलि दी. साथ ही बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस परेड की सलामी ली. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि मैं बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस पर सभी जवानों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं, पूरे देश को सैनिक पर गर्व है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि बीएसएफ के लाखों सीमा प्रहरियों ने अपने जीवन का स्वर्णकाल 40 डिग्री सेल्सियस से लेकर 45 डिग्री सेल्सियस के रेगिस्तान में, कहीं हरामी नाला की दलदलों में तो कहीं सुंदरनगर के जल में बिताया है. परिवार से दूर रह कर दुर्गम सीमाओं की सुरक्षा जिस तरह से बीएसएफ ने सुनिश्चित की है. पूरा देश बीएसएफ के जवानों को सलाम करता है और नाज करता है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगीं भारत की दो प्रमुख सीमाओं को अगले दो साल में पूरी तरह सुरक्षित बनाया जाएगा और इन दोनों ही मोर्चों पर करीब 60 किलोमीटर क्षेत्र में खुली जगहों को पाटने का काम जारी है. शाह ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 59वें स्थापना दिवस के अवसर पर यहां आयोजित समारोह में परेड की सलामी लेने के बाद अपने संबोधन में यह बात कही।

पूरे देश को हमारे जवानों पर गर्व

अमित शाह ने कहा, “बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस पर मैं बीएसएफ के सभी जवानों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं… पूरे देश को हमारे जवानों पर गर्व है।” गृह मंत्री ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने केंद्र की सत्ता में आने के बाद से पिछले नौ वर्षों में भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमाओं के लगभग 560 किलोमीटर हिस्से में बाड़ लगाई है और अंतरालों को पाट दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के पश्चिमी और पूर्वी मोर्चे पर इन दोनों सीमाओं पर केवल 60 किलोमीटर क्षेत्र में ‘कुछ छोटे-छोटे हिस्से’ ही बचे हैं जिन्हें पाटा जा रहा है।

शाह ने कहा कि अगले दो साल में हम इन दोनों सीमाओं को पूरी तरह सुरक्षित बना लेंगे। भारत-पाकिस्तान की 2,290 किलोमीटर लंबी सीमा और भारत-बांग्लादेश की 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा पर जलीय, पर्वतीय और दलदली इलाके हैं और यहां बाड़ लगाना बहुत मुश्किल काम है। ऐसे में बीएसएफ और अन्य एजेंसियां घुसपैठ रोकने के लिए तकनीकी उपकरणों का इस्तेमाल करती हैं।

बीएसएफ इस यात्रा के आवश्यक स्तंभ

उन्होंने यहां ‘मेरू’ प्रशिक्षिण शिविर में बीएसएफ कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आप, बीएसएफ इस यात्रा के आवश्यक स्तंभ हैं।” शाह ने कहा, ‘‘मैं ऐसे मुगालते नहीं पालता कि सीमा पर अकेले बाड़ देश की रक्षा कर सकती है, यह तो केवल मदद करती है। बीएसएफ के हमारे बहादुर जवान देश की सुरक्षा करते हैं।” बीएसएफ की स्थापना एक दिसंबर, 1965 को की गई थी। गृह मंत्री ने कहा कि जब भी देश में भाजपा की किसी सरकार ने सत्ता संभाली है, सीमा सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई, चाहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार हो या मोदी सरकार।

उन्होंने कहा, ‘‘अटल जी की सरकार ने सीमा पर एक ही बल के तैनात रहने की योजना लाई थी तो मोदी सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले स्थानीय लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की और मजबूत बुनियादी ढांचे के साथ सुरक्षा, विकास और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को जोड़ा।” शाह ने कहा, ‘‘हमने भूमि व्यापार के अलावा रेल, सड़क, जलमार्ग संपर्क और टेलीफोन संचार को मजबूत किया।” उन्होंने कहा कि देश माओवादियों द्वारा चलाये जा रहे सशस्त्र और हिंसक अभियान को समाप्त करने के करीब है।

नक्सली हिंसा की घटनाएं 52 प्रतिशत तक कम हुई

शाह ने कहा कि पिछले दस साल में नक्सली हिंसा की घटनाएं 52 प्रतिशत तक कम हुई हैं, इन घटनाओं में मृत्यु के मामलों में 70 प्रतिशत की गिरावट आई है और प्रभावित थानों की संख्या भी 495 से घटकर 176 रह गई है। उन्होंने कहा, ‘‘बीएसएफ, सीआरपीएफ और आईटीबीपी जैसे बलों द्वारा वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ अंतिम हमले की प्रक्रिया चल रही है। हम देश में नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए संकल्पित हैं।”

मंत्री ने कहा कि पिछले दस साल में वामपंथी उग्रवाद प्रभावित इलाकों में 199 नए सुरक्षा बल शिविर स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि हम ये लड़ाई जीतेंगे।” शाह ने कहा कि मोदी सरकार के पिछले दस साल के कार्यकाल में हम जम्मू कश्मीर, वामपंथी उग्रवाद और उत्तर पूर्व में उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों में लड़ाई जीतने में कामयाब रहे हैं और सुरक्षा बल जम्मू कश्मीर में अपना प्रभुत्व स्थापित करने में सफल रहे हैं।

बीएसएफ ने दुश्मन को करारा जवाब दिया

इस बीच, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 59वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर बोलते हुए महानिदेशक नितिन अग्रवाल ने कहा, “सीमा पार से गोलीबारी की हालिया घटनाओं में, बीएसएफ ने दुश्मन को करारा जवाब दिया। बीएसएफ ने हथियारबंद घुसपैठियों को भी मार गिराया। पिछले एक साल में, बीएसएफ ने पाकिस्तान से आ रहे 90 ड्रोनों को मार गिराया और 1000 किलोग्राम हेरोइन जब्त की। भारत-बांग्लादेश सीमा पर पिछले एक साल में 20 किलोग्राम से अधिक प्रतिबंधित सामग्री जब्त की गई। 150 किलोग्राम से अधिक सोना भी बरामद किया गया।” बीएसएफ ने गुरुवार को झारखंड के हज़ारीबाग जिले में अपना 59वां स्थापना दिवस मनाया। केंद्रीय गृह मंत्री इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हो रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर में अपने कर्तव्य के दौरान प्राणों का बलिदान देनेवाले बीएसएफ के जवान किशन दुबे को आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हजारीबाग में पुलिस मेडल फॉर मेडल-पीएमजी मरणोपरांत प्रदान किया। झारखंड के हजारीबाग जिला के मेरु कैंप बीएसएफ के ट्रेनिंग सेंटर एंड स्कूल में शहीद किशन दुबे की मां जगमाया देवी ने यह सम्मान प्राप्त किया। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिला के नवगांव सेक्टर में एफडीएल पोस्ट पर तैनात किशन दुबे को शाम के वक्त पाकिस्तान के पीओके-2 से एसएसजी कमांडों ने स्नाइपर शॉट से हमला कर दिया था। इस दौरान किशन दुबे शहीद हो गये थे। सम्मान समारोह में सबसे पहला नाम शहीद किशन दुबे की माता जगमाया देवी का था।

‘बीएसएफ ने दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया’

वहीं बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए बीडीएफ डीजी नितिन अग्रवाल ने कहा कि सीमा पार से गोलीबारी की हालिया घटनाओं में, बीएसएफ ने दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया है. बीएसएफ ने हथियारबंद घुसपैठियों को भी मार गिराया. पिछले एक साल में, बीएसएफ ने पाकिस्तान से आ रहे 90 ड्रोनों को मार गिराया और 1000 किलोग्राम हेरोइन जब्त की. भारत-बांग्लादेश सीमा पर पिछले एक साल में 20 किलोग्राम से अधिक प्रतिबंधित मादक पदार्थ जब्त किया गया. 150 किलोग्राम से अधिक सोना भी बरामद किया गया।

शाह ने ट्वीट के माध्यम से भी दी बधाई

बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस पर जवानों को बधाई दी. उन्होंने लिखा, “मैं बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस पर बल के सभी सैनिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं. देश को बीएसएफ पर गर्व है जो अपनी बहादुरी से हमारे देश की सीमाओं को अभेद्य रखता है. मैं बीएसएफ के वीर शहीदों को सलाम करता हूं, देश आपके बलिदान का हमेशा ऋणी रहेगा।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने क्या कहा?

दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी बीएसएफ के स्थापना दिवस पर बधाई दी है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “सीमा सुरक्षा बल के महिला और पुरुष कर्मियों को हमारा सलाम और आभार, जो रक्षा की पहली पंक्ति के रूप में देश की सीमाओं की रक्षा करने के 58 साल पूरे होने का जश्न मनाता है. एक राष्ट्र के रूप में, हम आपके अदम्य साहस, प्रेरक बलिदान, धैर्य, दृढ़ संकल्प और वीरता पर हमेशा ऋणी और बेहद गर्व महसूस करते हैं.” गौरतलब है कि सीमा बल का सबसे पुराना प्रशिक्षण केंद्र हजारीबाग के मेरू में स्थित है, जहां पहली बार समारोह आयोजित किया जा रहा है।

बीएसएफ अधिकारियों को दिया कप

अमित शाह ने कहा कि अगले दो साल में हम इन दोनों सीमाओं को पूरी तरह सुरक्षित बना लेंगे. भारत-पाकिस्तान की 2,290 किलोमीटर लंबी सीमा और भारत-बांग्लादेश की 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा पर जलीय, पर्वतीय और दलदली इलाके हैं और यहां बाड़ लगाना बहुत मुश्किल काम है. ऐसे में बीएसएफ और अन्य एजेंसियां घुसपैठ रोकने के लिए तकनीकी उपकरणों का इस्तेमाल करती हैं। (एएमएपी)