नैरोबी में हुई थी अरशद शरीफ की हत्या
पत्रकार अरशद शरीफ की मौत का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि केन्या में रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी हत्या दिल को झकझोर देने वाली सच्चाई दिखाती है कि पाकिस्तानी पत्रकार और असंतुष्ट देश के बाहर भी खतरों से सुरक्षित नहीं हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 23 अक्टूबर 2022 को केन्या के नैरोबी शहर में अरशद शरीफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शरीफ की मौत ने मानवाधिकार संगठनों, मीडिया बिरादरी और नागरिक समाज को झकझोर कर रख दिया। उन्होंने मामले की जांच की मांग की।
पाक सुप्रीम कोर्ट ने हत्या पर स्वत: संज्ञान लिया
रिपोर्ट के अनुसार, 5 जनवरी को पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश (सीजेपी) उमर अता बंदियाल के नेतृत्व वाली पांच सदस्यीय पीठ ने अरशद शरीफ की हत्या पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले की सुनवाई की। सुनवाई से पहले इस्लामाबाद पुलिस ने संयुक्त जांच दल की प्रगति रिपोर्ट अदालत और न्यायाधीशों के कक्ष में पेश की। इससे पहले की सुनवाई में पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश ने मामले के बारे में तथ्यों का खुलासा करने के लिए फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट की प्रशंसा की थी, जिसमें संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) और खुफिया ब्यूरो (आईबी) के दो वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
अरशद शरीफ की पत्नी ने जांच दल के सदस्यों पर उठाए सवाल
फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार, अरशद शरीफ की हत्या सुनियोजित और लक्षित थी, जो अंतरराष्ट्रीय शूटरों द्वारा कराई गई। यह गलत पहचान का मामला नहीं था, जैसा कि केन्या पुलिस ने दावा किया था। इस बीच, अरशद शरीफ की पत्नी सामिया अरशद ने सुप्रीम कोर्ट में संयुक्त जांच दल (जेआईटी) के सदस्यों के खिलाफ आपत्ति व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जेआईटी के दो सदस्य मामले में आरोपी के साथ काम कर चुके हैं। इसलिए उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। (एएमएपी)