पाकिस्तान में बुधवार देर रात प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सलाह पर वहां के राष्ट्रपति ने संसद को भंग कर दिया। इसके बाद अब वहां चुनाव की नौबत आ गई। आपको बता दें कि संसद के पांच साल का कार्यकाल 12 अगस्त को समाप्त हो रहा था। इससे ठीक तीन दिन पहले ही संसद को भंग करने की सिफारिश कर दी गई। अब 90 दिनों में चुनाव कराया जाएगा।प्रधानमंत्री ने पहले संसद को बताया था कि मैं बुधवार रात राष्ट्रपति को संसद भंग करने की सलाह दूंगा। वहीं, अब उन्होंने कहा है कि वह कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में नामित करने के लिए दोनों पक्षों से अनुशंसित उम्मीदवारों में से चुनने के लिए गुरुवार को विपक्षी नेता के साथ चर्चा शुरू करेंगे। आपको बता दें कि पाकिस्तान में मतदान में कई महीनों की देरी हो सकती है, क्योंकि चुनाव आयोग नई जनगणना के आधार पर सैकड़ों निर्वाचन क्षेत्रों का पुनर्निर्धारण शुरू करने वाला है। विश्लेषकों ने कहा है कि चुनाव में किसी भी तरह की देरी से जनता का गुस्सा भड़क सकता है।
जुलाई 2018 में पिछला आम चुनाव क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की पार्टी ने जीता था। उन्होंने पहली बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी। पिछले साल अविश्वास मत के बाद प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के बाद से इमरान खान राजनीतिक उथल-पुथल के केंद्र में हैं। पाकिस्तान की स्थिरता को लेकर चिंता बढ़ गई है। उन्हें भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी ठहराया गया और जेल में डाल दिया गया। इसके कारण वह पांच साल तक किसी भी चुनाव में भाग नहीं ले सकते हैं। इमरान खान ने पाकिस्तान की सेना पर उन्हें सत्ता से बाहर करने का आरोप लगाया है। हालांकि, सेना ने आरोपों से इनकार किया है।(एएमएपी)