जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के मुताबिक, माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। इस माह यह पर्व 8 फरवरी को है। चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 8 फरवरी को सुबह 11:17 से शुरू होकर और अगले दिन 9 फरवरी को सुबह 8:02 पर समाप्त होगा।
मासिक शिवरात्रि पूजा विधि
मासिक शिवरात्रि के दिन सुबह उठकर भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करके अपने दिन की शुरुआत करें। अब स्नान करें, साफ कपड़े पहनें और मंदिर की सफाई करें। विधिपूर्वक भगवान शिव का अभिषेक दूध और गंगाजल से करें। इस दौरान ‘ओम नमः: शिवाय’ मंत्र का जाप करें। इसके बाद भगवान शिव को धतूरा, फूल, भांग और बेलपत्र आदि चीजें चढ़ाएं। फिर आरती और शिव चालीसा का पाठ करें। विशेष चीजों का भोग लगाएं और अंत में प्रसाद लोगों में बांट दें।
माता पार्वती के चालीसा का पाठ बनाएगा काम
मासिक शिवरात्रि की पूजा आराधना करने से पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान ध्यान कर साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद भगवान सूर्य को जल अर्पित करें। मंदिर की साफ सफाई करने के बाद भगवान शंकर का विधि विधान पूर्वक गंगाजल और दूध से अभिषेक करना चाहिए। शिवजी को जल, कच्चा दूध, गंगाजल, बेलपत्र, धतूरा, भांग, धूप-दीप, फल, फूल और मिठाई अर्पित करें। महादेव भोलेनाथ के सामने घी का दीया जलाएं। फिर शिव चालीसा और भगवान शिव के मंत्रों का जाप करें। आखिर में शिव जी की आरती करें और फिर प्रसाद का भोग लगाएं।
मासिक शिवरात्रि के दिन इन मंत्रों का जाप करें…
- ॐ नमो भगवते रूद्राय।
- ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय, धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥
- ॐ नमः शिवाय।
घर लें आएं ये चीजें, दांपत्य जीवन रहेगा सुखी
शिवरात्रि के दिन घर में कुछ खास चीजें लाने से शिव जी और माता पार्वती का आशीर्वाद मिलता है। दांपत्य जीवन खुशियों से भर जाता है। मासिक शिवरात्रि के दिन घर में पारद शिवलिंग की स्थापना करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है। पारद शिवलिंग को साक्षात शिव जी का रूप माना जाता है। इनकी पूजा से परिवार और शादीशुदा जीवन के क्लेश दूर होते हैं।
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मासिक शिवरात्रि के दिन घर में बेलपत्र का पौधा लगाएं और नियमित रूप से इसे सींचे पूजन करें। मान्यता है इससे धन की कमी नहीं होती। शमी का पौधा भगवान शनि का प्रतीक माना जाता है। अगर मासिक शिवरात्रि वाले दिन इसे घर लाया जाए तो शिव जी के साथ साथ शनि देव की भी कृपा प्राप्त होती है। शनि के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलती है। मासिक शिवरात्रि पर गौरी शंकर रुद्राक्ष घर ले आएं। गौरी शंकर रुद्राक्ष विशेष रूप से विवाहित जोड़ों के लिए लाभकारी है। मान्यता है कि यह वैवाहिक जीवन में सद्भाव और समझ को बढ़ावा देने में मदद करता है। माघ मासिक शिवरात्रि के दिन गंगाजल घर ले आएं और इससे शिव जी का अभिषेक करें। मान्यता है ऐसा करने पर समस्त ग्रह दोष खत्म होते हैं।(एएमएपी)