वंदे भारत ट्रेनें नए भारत के नए जोश, नए उत्साह और नई उमंग का प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में आधुनिक कनेक्टिविटी विस्तार का यह अभूतपूर्व अवसर है। इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की यह गति और स्केल 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षाओं से बिल्कुल मैच कर रही हैं और यही आज का भारत चाहता है। उन्होंने कहा कि आज जिन ट्रेनों को शुरू किया गया है, वे पहले की तुलना में ज्यादा आधुनिक और आरामदायक हैं। ये वंदे भारत ट्रेनें नए भारत के नए जोश, नए उत्साह और नई उमंग का प्रतीक है।
अमृत काल में बने नए स्टेशन कहलाए जाएंगे ‘अमृत भारत स्टेशन’
उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि ऐसे कई रेलवे स्टेशन हैं जो पिछले कई सालों से विकसित नहीं हुए हैं। इन स्टेशनों को विकसित करने का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि अमृत काल में बने नए स्टेशन ‘अमृत भारत स्टेशन’ कहलाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेनों ने पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी ला दी हैं। जिन जगहों पर वंदे भारत ट्रेन पहुंच रही हैं, वहां पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। इससे वहां रोजगार के अवसर भी पैदा हो रहे हैं।
पिछले नौ वर्षों में रेलवे सिस्टम में अभूतपूर्व परिवर्तन – रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव
इस अवसर पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बोले कि पिछले 9 वर्षों में रेलवे सिस्टम में अभूतपूर्व परिवर्तन किया है। आज स्टेशन साफ हैं। नई सुविधाएं दी जा रही हैं। देशभर में रेलवे स्टेशनों की पुरानी व्यवस्था को बदलकर आज की और भविष्य की जरूरतों के अनुसार नवनिर्माण किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ महीनों पहले अमृत भारत स्टेशन की 508 स्टेशन का भूमिपूजन किया था।
इन ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी
जिन नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई उनके नाम हैं- उदयपुर-जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस; तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस; हैदराबाद-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस; विजयवाड़ा-चेन्नई (रेनिगुंटा के रास्ते) वंदे भारत एक्सप्रेस; पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस; कासरगोड-तिरुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सेप्रेस; राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस; रांची-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस; जामनगर-अहमदाबाद वंदे भारत एक्सप्रेस।
रेल यात्रियों को मिलेगी विश्वस्तरीय सुविधाएं
ये नौ ट्रेनें 11 राज्यों- राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल, ओडिशा, झारखंड और गुजरात में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी। रेल मंत्रालय के अनुसार ये नई वंदे भारत ट्रेनें देश में कनेक्टिविटी में सुधार करने और रेल यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के प्रधानमंत्री के विजन को साकार करने की दिशा में एक कदम है। ये वंदे भारत ट्रेनें अपने संचालन के रूटों पर सबसे तेज गति से दौड़ेंगी और यात्रियों के समय में 2 से 3 घंटे की बचत करेंगी।
तीर्थस्थल केंद्र तक कनेक्टिविटी
देश के महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों की कनेक्टिविटी में सुधार करने के प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप, राउरकेला-भुवनेश्वर-पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस और तिरुनेलवेली-मदुरै-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस पुरी एवं मदुरै के महत्वपूर्ण धार्मिक शहरों को जोड़ेगी। इसके अलावा, विजयवाड़ा-चेन्नई वंदे भारत एक्सप्रेस रेनिगुंटा रूट से संचालित होगी और तिरुपति तीर्थस्थल केंद्र तक कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
गौरतलब है कि मेक इन इंडिया के तहत साल 2019 में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरुआत की गई थी। पीएम मोदी ने उसी साल 15 फरवरी को दिल्ली और वाराणसी के बीच पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। ये भारत की पहली स्वदेशी ‘सेमी हाई स्पीड’ ट्रेनें तमिलनाडु के चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में निर्मित की गई हैं।(एएमएपी)