केरल को दिए 3200 करोड़ के प्रोजेक्ट

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने केरल दौरे के दूसरे दिन वॉटर मेट्रो की शुरुआत की। इसके अलावा वंदे भारत एक्सप्रेस को भी उन्होंने हरी झंडी दिखाई। यह वंदे भारत एक्सप्रेस तिरुअनंतपुरम से कासरगोड तक का सफर तय करेगी। इससे केरल में कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इस बीच आकर्षण का केंद्र वॉटर मेट्रो बनी है, जो एशिया में अपनी तरह का ऐसा पहला प्रोजेक्ट है। 1137 करोड़ रुपये की लागत से बने वॉटर मेट्रो प्रोजेक्ट की शुरुआत के वक्त पीएम नरेंद्र मोदी के साथ केरल के सीएम पिनराई विजयन भी मौजूद थे।

 

वॉटर मेट्रो के उद्घाटन के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि केरल जितनी तेजी से विकास करेगा, देश भी उतनी ही गति से आगे बढ़ेगा। तिरुअनंतपुरम के सेंट्रल स्टेडियम में हुए कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि आज हम तमाम चीजें खुद ही बना रह हैं। उन्होंने कहा कि कोच्चि वॉटर मेट्रो हो या फिर वंदे भारत एक्सप्रेस, इन सभी को देश में ही तैयार किया गया है। इनमें स्वदेशी तकनीक का ही इस्तेमाल किया गया है। केरल की पारंपरिक वेशभूषा में दिखे प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दुनिया को भारत भरोसा है तो उसके कई कारण हैं।

पीएम ने कहा कि केंद्र सरकार में एक निर्णायक सरकार है, जिसने इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बड़े पैमाने पर निवेश किया है। केरल दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने 3,200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया है। इनमें तिरुअनंतपुरम में डिजिटल साइंस पार्क का शिलान्यास भी शामिल है। कोच्चि वॉटर मेट्रो शहर को आसपास के 10 द्वीपों से जोड़ेगी। इसके जरिए कुल 78 किलोमीटर का सफर तय किया जा सकेगा। फिलहाल 38 बोट्स को इसमें शामिल किया गया है, जिनकी संख्या में आने वाले समय में इजाफा किया जाएगा।

वॉटर मेट्रो रेल सेवा से जुड़ी जानकारियां

वॉटर मेट्रो कोच्चि व आस-पास के दस द्वीपों के बीच शुरू हो रही है। पहले चरण में कोच्चि वॉटर मेट्रो हाई कोर्ट-वाइपिन टर्मिनल और विट्टिला-कक्कनाड टर्मिनल के बीच शुरू होगी वॉटर मेट्रो पर सफर के लिए न्यूनतम किराया 20 रुपये है, जो लोग नियमित यात्री होंगे वह बस या लोकल ट्रेन की तरह साप्ताहिक और मासिक पास भी ले सकते हैं। बता दें, साप्ताहिक किराया 180 रुपये, जबकि मासिक 600 रुपये वहीं, त्रैमासिक किराया 1,500 रुपये होगा। इतना ही नहीं यात्री कोच्चि मेट्रो ट्रेन और वॉटर मेट्रो में एक ही स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल कर सफर कर सकेंगे। टिकट बुक करने के लिए आप कोच्चि वन ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं।

 

वॉटर मेट्रो के रूप में चलाई जाने वाली बोट्स को कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड ने बनाया है। इस प्रोजेक्ट को केरल की सरकार ने जर्मनी की KFW के साथ मिलकर फंड किया है। करीब 1,137 करोड़ रुपये इस पर खर्च हुए हैं। वॉटर मेट्रो की शुरुआत पहले 8 इलेक्ट्रिक हाइब्रिड बोट्स से होगी फिर बाद में इनकी संख्या बढ़ा दी जाएगी। मेट्रो ट्रेन की तरह यह पूरी तरह वातानुकूलित होंगी और रोजाना 15 मिनट के अंतराल पर 12 घंटे तक सेवाएं देंगी। अभी शुरुआत में 23 नावें व 14 टर्मिनल हैं। वहीं, प्रत्येक मेट्रो में 50 से 100 यात्री बैठ सकते हैं।(एएमएपी)