प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में अपनी बात रखी। अपने संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण की तारीफ की। पीएम मोदी ने कहा ‘संविधान की यात्रा के इस महत्वपूर्ण पड़ाव पर राष्ट्रपति जी के भाषण का एक एतिहासिक महत्व भी रहता है। उन्होंने अपने भाषण में भारत के उज्ज्वल भविष्य के प्रति विश्वास को प्रकट किया है और भारत के कोटि-कोटि जनों का जो सामर्थ्य है, उसे भी बहुत कम शब्दों और बहुत शानदार तरीके से सदन में प्रस्तुत किया है। मैं राष्ट्रपति जी के इस प्रेरक उद्भोदन के लिए और राष्ट्र को दिशा देने के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं।’

सबका साथ, सबका विकास सिर्फ नारा नहीं, मोदी की गारंटी है

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने अभिभाषण में कांग्रेस और विपक्ष पर जमकर हमला बोला। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष अब चुनाव लड़ने का हौसला भी खो चुका है। प्रधानमंत्री ने दावा किया कि अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा 370 और एनडीए 400 सीटों पर चुनाव जीतेगी। उन्होंने कहा कि सबका साथ, सबका विकास सिर्फ नारा नहीं है बल्कि मोदी की गारंटी है। उन्‍होंने कहा कि जिस कांग्रेस की अपने नेता की कोई गारंटी नहीं, अपनी नीति की कोई गारंटी नहीं, वो मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं। हम ऐसा क्यों कहते हैं हम ऐसा क्यों देख रहे हैं। देश उनके 10 साल के कार्यकाल से क्यों नाराज था। इतना गुस्सा देश को क्यों आया। ये सब हमारे कहने से नहीं हुआ है। ये खुद के उनके कर्म हैं। जब लोगों ने उन्हें बहुत कुछ कहा हो तो मैं कुछ कहने की क्या जरूरत है।

मनोरंजन की कमी पूरी की

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं (कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन) खरगे जी का विशेष आभार व्यक्त करना चाहता हूं।’ उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि लोकसभा में तो कभी कभी मनोरंजन का मौका मिल जाता है किंतु आजकल कम मिलता है क्योंकि वे दूसरी ड्यूटी पर हैं। लेकिन लोकसभा में मनोरंजन की जो कमी थी वह आपने (खरगे ने) पूरी कर दी।’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं सोच रहा था कि इतना सारा बोलने की आजादी खरगे जी को मिली कैसे? फिर मुझे ध्यान आया कि जो दो स्पेशल कमांडर रहते हैं, वो नहीं थे। इसलिए स्वतंत्रता का भरपूर फायदा खरगे जी ने उठाया। मुझे लगता है कि उस दिन खरगे जी ने सिनेमा का वह गाना सुना होगा- ऐसा मौका फिर कहां मिलेगा? खरगे जी के भी कमांडो नहीं थे तो उन्हें चौके-छक्के मारने में मजा आ रहा था।

आप मेरी आवाज दबा नहीं सकते

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भी आप न सुनने की तैयारी के साथ आए हैं। लेकिन मेरी आवाज को आप दबा नहीं सकेंगे। देश की जनता ने इस आवाज को ताकत दी हुई है। देश की जनता के आशीर्वाद से आवाज निकल रही है। इसलिए इस बार मैं भी पूरी तैयारी से आया हूं। मैंने सोचा था उस वक्त कि अगर आप जैसे व्यक्ति सदन में आए हैं, तो मर्यादाओं का पालन करेंगे। लेकिन तब आपने क्या जुर्म किया था उस वक्त।’ उन्होंने कहा ‘मैंने भी तब प्रार्थना की थी। की क्या थी मैं तो करता ही रहता हूं। पश्चिम बंगाल से एक आवाज आई थी कि कांग्रेस 40 पार नहीं कर पाएगी। मैं प्रार्थना करता हूं कि आप 40 बचा पाएं।

कांग्रेस की सोच पर उठाए सवाल

प्रधानमंत्री ने कहा ‘मैंने सुना है लोकतंत्र में आपका कहने का अधिकार है और हमारी सुनने की जिम्मेदारी है। आज जो भी बातें हुई हैं, उसे मुझे देश के सामने रखना चाहिए। जब मैं सुनता हूं तब मेरा विश्वास पक्का हो गया कि यह पार्टी (कांग्रेस) सोच से भी आउटडेटेड हो गई है। जब सोच आउटडेटेड हो गई है, तो उनका काम भी आउटडेटेड हो गया है। देखते ही देखते इतने दशकों तक देश पर राज करने वाला दल, इतना बड़ा दल, उसका यह हाल हो गया। हमें खुशी नहीं हो रही, हमें संवेदना है। लेकिन डॉक्टर क्या करेगा, जब मरीज ऐसा हो तो।’

कांग्रेस ने सत्ता के लालच में लोकतंत्र का गला घोंटा

पीएम मोदी ने कहा कि जिस कांग्रेस ने सत्ता के लालच में सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट दिया था। जिस कांग्रेस ने दर्जनों बार लोकातांत्रिक तरीकों से चुनकर आई सरकारों को रातों रात भंग कर दिया। बर्खास्त कर दिया। जिस कांग्रेस ने देश के संविधान-लोकतंत्र की मर्यादाओं को जेल के पीछे बंद कर दिया था। जिस कांग्रेस ने अखबारों पर ताले लगाने की कोशिश की। जिस कांग्रेस ने देश को तोड़ने का नया नैरेटिव गढ़ने का काम किया है। जो उत्तर-दक्षिण को तोड़ने की बात कह रही है। वह हमें फेडरलिज्म पर प्रवचन दे रही है।

पंडित नेहरू को लेकर ये बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा जाति के मामले पर कांग्रेस अपने गिरेबान में झांके। दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों की कांग्रेस जन्मजात विरोधी है, अगर बाबा साहेब आंबेडकर नहीं होते तो पता नहीं एससी, एसटी को आरक्षण भी मिलता या नहीं। मैं आदरपूर्वक  नेहरू जी को ज्यादा याद करता हूं। एक बार नेहरू जी ने एक चिट्ठी लिखी और ये चिट्ठी मुख्यमंत्रियों को लिखी थी। उन्होंने लिखा था- मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं, जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ ले जाए। तभी मैं इन्हें जन्मजात विरोधी कहता हूं। उन्होंने लिखा नौकरियों में आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा। अगर उस समय नौकरियों में भर्ती होते तो आज प्रमोशन पाकर यहां होते। मोदी ने कहा कि नेहरू जी ने जो कहा, वो कांग्रेस के लिए हमेशा से पत्थर की लकीर होता है।

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विपक्ष के आरोपों पर दिया जवाब

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकारी कंपनियों को लेकर हम पर आरोप लगाए जा रहे हैं। जिनका कोई  आधार नहीं है। लोगों को याद है कि मारुति के शेयर की चर्चाएं होती थी। मैं उसके विस्तार में नहीं जाना चाहता। बीएसएनल, एमटीएनएल को बर्बाद करने वाले कौन हैं? जरा याद कीजिए एचएएल की क्या हालत करके रखी गई थी। जिन्होंने एचएएल को तबाह कर दिया, वो एचएएल के गेट पर जाकर भाषण झाड़ रहे थे। एयर इंडिया को किसने तबाह किया, ये हालत कौन लाया। कांग्रेस पार्टी और यूपीए उनकी बर्बादी से मुंह नहीं मोड़ सकते। मैं आजाद भारत में पैदा हुआ, मेरे विचार आजाद और मेरे सपने भी आजाद हैं। हम गुलामी की मानसिकता को ढोने वाले नहीं हैं।(एएमएपी)