आपका अखबार ब्यूरो।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को प्रसिद्ध संगीतकार और राज्यसभा सांसद इलैयाराजा से मुलाकात की और पश्चिमी शास्त्रीय संगीत में उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए उनकी प्रशंसा की।
एक्स पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री ने इलैयाराजा की प्रशंसा करते हुए लिखा कि वह भारतीय संगीत के एक दिग्गज कलाकार हैं, जिनकी प्रतिभा ने भारतीय संगीत और संस्कृति को गहराई से प्रभावित किया है। उन्होंने लिखा, “वे हर मायने में एक अग्रणी हैं और उन्होंने कुछ दिन पहले लंदन में अपनी पहली पश्चिमी शास्त्रीय सिम्फनी ‘वैलिएंट’ प्रस्तुत करके एक बार फिर इतिहास रच दिया है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि इलैयाराजा के प्रदर्शन के साथ विश्व प्रसिद्ध रॉयल फिलहार्मोनिक ऑर्केस्ट्रा भी था, जिसने इस उपलब्धि के महत्व को और बढ़ा दिया। इसे महत्वपूर्ण उपलब्धि कहते हुए, प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि यह संगीतकार इलैयाराजा की अद्वितीय संगीत यात्रा में एक और मील का पत्थर है। एक ऐसा मील का पत्थर, जो वैश्विक स्तर पर उत्कृष्टता के नए मानक स्थापित कर रहा है।
गौरतलब है कि लगभग तीन वर्ष पूर्व, लिए संगीतकार इलैयाराजा ने ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन द्वारा प्रकाशित अंग्रेजी पुस्तक ‘आंबेडकर एंड मोदी – रिफॉर्मर्स आइडियाज परफॉर्मर्स इम्प्लीमेंटेशन’ के लिए प्रस्तावना लिखी थी, जिसमें डॉ. भीमराव आंबेडकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच समानताएं बताई थीं। साथ ही, उन्होंने तीन तलाक पर प्रतिबंध के लिए भी मोदी की प्रशंसा की थी। उन्होंने लिखा था, तीन तलाक पर प्रतिबंध और ऐतिहासिक ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ आंदोलन के कारण लिंगानुपात में वृद्धि जैसे महिला समर्थक कानूनों से समाज में बदलाव आया है। ये सब ऐसा काम है, जिस पर आंबेडकर को गर्व होता।