पीएम मोदी ने संसदीय दल की बैठक को किया संबोधित

संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा से सांसदों के निलंबन के बाद भाजपा के संसदीय दल की मंगलवार को बैठक हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों को संबोधित भी किया। उन्होंने संसद की सुरक्षा में सेंध की घटना पर विपक्षी पार्टियों को घेरते हुए कहा, “कुछ पार्टियां संसद में हुई घुसपैठ का समर्थन कर रही थीं। यह सेंध लगने जितनी ही खतरनाक बात है।” पीएम ने कहा कि जो भी लोग लोकतंत्र पर भरोसा करते हैं, उन्हें इस सुरक्षा में सेंध की साझा तौर पर आलोचना करनी चाहिए थी।

संसदीय संस्थाओं का अपमान विपक्ष का अजेंडा

उन्होंने कहा कि जनता सांसदों को चुनती है और संविधान के अनुसार उन्हें मुद्दे उठाने का अधिकार है, लेकिन हंगामा नहीं करना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष का अजेंडा यह है कि संविधान और संसदीय संस्थाओं का अपमान किया जाए। यह दुख की बात है। एक अन्य नेता ने कहा कि पीएम ने पार्टी के सांसदों से कहा है कि वे विरोध के जवाब में मर्यादा न तोड़ें। विपक्ष के नेताओं को जवाब देने में अपनी भाषा को मर्यादित रखें। उन्होंने कहा कि एक पार्टी के तौर पर भाजपा संविधान का सम्मान करेगी और संसदीय नियमों को बनाकर रखेगी। हमें अपने जनादेश का सम्मान करना है।

पीएम ने विपक्षी गठबंधन पर कसा तंज

लोकसभा चुनाव में भाजपा को चुनौती पेश करने की कोशिश कर रहे इंडिया गठबंधन की बैठक को लेकर भी पीएम मोदी ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष का लक्ष्य उनकी सरकार को उखाड़ फेंकना है, लेकिन उनकी सरकार का लक्ष्य देश का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करना है। पीएम मोदी ने कहा कि उनका यही आचरण रहा तो 2024 के लोकसभा चुनावों में उनकी संख्या और कम हो जाएगी और इससे भाजपा को फायदा होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल हालिया विधानसभा चुनावों में अपनी हार से हताश और निराश हैं और इसलिए संसद की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं।

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विपक्ष का रवैया संसद में चूक की घटना से भी ज्यादा खतरनाक

बैठक में हुई चर्चा की जानकारी केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने भी दी। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने संसद की सुरक्षा में चूक पर भी बात की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र पर भरोसा रखने वाला कोई भी शख्स इसकी निंदा करेगा। लेकिन कुछ दल जो हाल के चुनाव में हार झेल चुके हैं, वे ऐसी भाषा बोल रहे हैं, जिससे लगता है कि वे इस घटना का समर्थन कर रहे हैं। विपक्ष का ऐसा रवैया तो घटना से भी ज्यादा खतरनाक है। गौरतलब है कि विपक्ष लगातार इस मांग पर अड़ा हुआ है कि लोकसभा में दो युवकों के कूदने और बाहर हंगामे को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी खुद या फिर होम मिनिस्टर अमित शाह सदन में बयान दें।(एएमएपी)