पैसेंजर व्हीकल्स और कमर्शियल व्हीकल्स बिजनेस को अलग करेगी कंपनी
कर्मशियल-पैसेंजर व्हीकल यूनिट अलग होंगे
टाटा मोटर्स की ओर से सोमवार को शेयर की गई जानकारी के मुताबिक, वह अपने कारोबार को इस डी-मर्जर के तहत दो अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में विभाजित करेगी। एक इकाई में कमर्शियल वाहन (सीवी) व्यवसाय और उससे संबंधित इन्वेस्टमेंट होंगे, जबकि दूसरी यूनिट में पर्सनल व्हीकल (पीवी), इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी), जेएलआर और उनके संबंधित निवेश शामिल होंगे। स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा गया है कि डी-मर्जर को एनसीएलटी (एनसीएलटी) व्यवस्था योजना के माध्यम से लागू किया जाएगा।
शेयरहोल्डर्स के पास दोनों कंपनियों में हिस्सेदारी
डी-मर्जर के बाद टाटा मोटर्स लिमिटेड के सभी शेयरधारकों के पास दोनों लिस्टेड कंपनियों में समान हिस्सेदारी बनी रहेगी। कंपनी की ओर से कहा गया है कि बीते कुछ सालों में टाटा मोटर्स के कमर्शियल वाहनों, पैसेंजर वाहनों और जगुआर लैंड रोवर बिजनेस ने अलग-अलग स्ट्रेटजी को सफलतापूर्वक लागू करके मजबूत प्रदर्शन दिया है। साल 2021 से ये तीनों बिजनेस अपने संबंधित सीईओ के तहत इंडिपेंडेंट रूप से काम कर रहे हैं।
क्या बोले टाटा संस चेयरमैन?
भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर के इस बड़े डीमर्जर पर बोलते हुए टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा मोटर्स ने पिछले कुछ वर्षों में एक मजबूत बदलाव की पटकथा लिखी है। तीन ऑटोमोटिव बिजनेस यूनिट्स अब स्वतंत्र रूप से काम करते हुए लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह डीमर्जर उनके फोकस को बढ़ाकर बाजार द्वारा प्रदान किए गए अवसरों को बेहतर ढंग से भुनाने में मदद करेगा।
डॉ. हर्षवर्धन ने राजनीति को कहा अलविदा, बोले- मेरा क्लीनिक इंतजार कर रहा है
टाटा मोटर्स के शेयरों में तेजी
एन चंद्रशेखरन के मुताबिक, एक कंपनी को दो इकाइयों में बांटे जाने से हमारे ग्राहकों को और भी अधिक बेहतर अनुभव होगा। इसके साथ ही हमारे कर्मचारियों के लिए बेहतर विकास की संभावनाएं और हमारे शेयरधारकों के लिए बेहतर मूल्य प्राप्त होगा। गौरतलब है कि टाटा मोटर्स लिमिटेड के शेयर बीते कुछ दिनों से लगातार तेज प्रदर्शन कर रहा है। सोमवार को ये स्टॉक हरे निशान पर 988.90 रुपये पर बंद हुआ। टाटा मोटर्स Share में 0.56 फीसदी की तेजी आई। कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 3.62 लाख करोड़ रुपये है।(एएमएपी)