प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ कार्यक्रम में संविधान की प्रथम प्रति के तीसरे अध्याय में भगवान श्रीराम का चित्र होने जिक्र करते हुए कहा कि उनका शासन हमारे संविधान निर्माताओं के लिए प्रेरणा स्रोत रहा है। ‘मन की बात’ के वर्ष के प्रथम एपीसोड में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने दो दिन पहले 75वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया। इस साल सुप्रीम कोर्ट भी अपने 75 वर्ष पूरे करने वाला है। हमारे लोकतंत्र के यह पर्व भारत को सशक्त बनाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम का शासन हमारे संविधान निर्माताओं के लिए प्रेरणा स्रोत रहा है। 22 जनवरी को देशवासियों ने रामज्योति जलाई और दिवाली मनाई। लोगों ने इस दौरान स्वच्छता अभियान में भी हिस्सा लिया। सामूहिकता की यह भावना रुकनी नहीं चाहिए। यही भावना हमारे देश को सफलता की नई ऊंचाईयों पर ले जाएगी।

पद्म और अर्जुन पुरस्कार विजेता सबके लिए प्रेरणास्रोत

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पद्म और अर्जुन पुरस्कार विजेताओं की उपलब्धियों को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि इन विजेताओं की जीवन यात्रा हम सबके लिए प्रेरणास्रोत है। ‘मन की बात’ के 109वें एपीसोड में प्रधानमंत्री मोदी ने 75वें गणतंत्र दिवस समारोह और उसमें नारी शक्ति के प्रदर्शन का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने अर्जुन पुरस्कार पाने वाली बेटियों की उपलब्धियों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि 13 महिला एथलीट को इस बार पुरस्कृत किया गया है। बदलते भारत में देश की बेटियां हर क्षेत्र में कमाल कर रही हैं।

कई महत्वपूर्ण जानकारियां कीं साझा

प्रधानमंत्री ने हर बार की तरह जनता के साथ कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध चिकित्सा से जुड़े डेटा और शब्दावली का वर्गीकरण किया है। इससे किसी अन्य डॉक्टर के पास जाने पर व्यक्ति के रोग और इलाज संबंधित सारी जानकारी पर्ची के माध्यम से पता चल जाएगी। उन्होंने प्राकृतिक चिकित्सा को पुनर्जीवित करने वाली अरुणाचल प्रदेश की यानुंग और आयुष से लोगों का इलाज करने वाले छत्तीसगढ़ के हेमचंद मांझी के बारे में बताया। दोनों को ही इस बार पद्म सम्मान दिया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले दशकों में पद्म पुरस्कार का तंत्र पूरी तरह बदल गया है। लोगों को खुद को नामांकित करने का अवसर मिल रहा है। इससे नामांकन में 28 गुना की वृद्धि हुई है। साथ ही समाज में जमीनी स्तर पर बड़े बदलाव लाने वालों को सम्मान मिला है।

छत्तीसगढ़ में रेडियो लोगों की जिंदगी में ला रहा बदलाव

प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में रेडियो लोगों की जिंदगी में बदलाव ला रहा है। हमर हाथी हमर गोठ नाम का कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर, रायपुर, बिलासपुर और रायगढ़ में शाम को प्रसारित किया जाता है। इसमें लोगों को हाथी के झुंडों की आवाजाही की जानकारी मिलती है। इससे जान-माल का नुकसान बचता है।

युवाओं से की अपील

प्रधानमंत्री मोदी ने मतदान की उम्र तक पहुंचने वाले युवाओं से खुद को मतदाता सूची में रजिस्टर्ड कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आज देश में 96 करोड़ मतदाता हैं। हर मतदाता को मताधिकार के उपयोग का अधिकार मिले, इसके लिए चुनाव आयोग दूरदराज के इलाकों में भी पोलिंग बूथ बनाता है। नेशनन वोटर डे और वोटर हेल्पलाइन ऐप के माध्यम से युवा खुद को मतदाता सूची में जोड़ें। इस दौरान प्रधानमंत्री ने पंजाब केसरी स्वतंत्रता सैनानी लाला लाजपत राय, फील्ड मार्शल केएम करियप्पा को श्रद्धासुमन अर्पित किए।

खेल के क्षेत्र में नई उंचाईयां छू रहा भारत

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने द्वीव में हुई बीच खेल प्रतियोगिता की जानकारी दी और कहा कि भारत लगातार खेल के क्षेत्र में नई उंचाईयां छू रहा है। खुशी है कि खिलाड़ियों के लिए आज सामर्थ्य दिखाने का मौका मिल रहा है। खेलों के प्रति खिलाड़ियों का जज्बा निरंतर बढ़ रहा है और यही जज्बा किसी देश को खेल की दुनिया में सरताज बनाता है।

परीक्षा पर चर्चा से जुड़ने का आग्रह

आखिर में प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को छात्रों के साथ होने वाले संवाद कार्यक्रम परीक्षा पर चर्चा से लोगों को जुड़ने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्यक्रम में संविधान की प्रथम प्रति के तीसरे अध्याय में भगवान श्रीराम का चित्र होने जिक्र करते हुए कहा कि उनका शासन हमारे संविधान निर्माताओं के लिए प्रेरणा स्रोत रहा है।

विलुप्त होती गौरवशाली परंपरा का सम्मान

सामूहिकता की भावना रुकनी नहीं चाहिए

‘मन की बात’ के वर्ष के प्रथम एपीसोड में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने दो दिन पहले 75वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया। इस साल सुप्रीम कोर्ट भी अपने 75 वर्ष पूरे करने वाला है। हमारे लोकतंत्र के यह पर्व भारत को सशक्त बनाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम का शासन हमारे संविधान निर्माताओं के लिए प्रेरणा स्रोत रहा है। 22 जनवरी को देशवासियों ने रामज्योति जलाई और दिवाली मनाई। लोगों ने इस दौरान स्वच्छता अभियान में भी हिस्सा लिया। सामूहिकता की यह भावना रुकनी नहीं चाहिए। यही भावना हमारे देश को सफलता की नई ऊंचाईयों पर ले जाएगी।(एएमएपी)