कोलकाता में हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड के बीच अंडरवॉटर मेट्रो रेल का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कोलकाता में हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड के बीच देश की पहली अंडरवॉटर मेट्रो रेल को हरी झंडी दिखाई। दोनों स्टेशनों के बीच सुरंग की कुल लंबाई 4.8 किलोमीटर है। इसमें, 1.2 किमी सुरंग हुगली नदी में 30 मीटर नीचे है। यह भारत की गंगा नदी के नीचे पहली परिवहन सुरंग है। इसके अलावा हावड़ा मेट्रो स्टेशन देश का सबसे गहरा स्टेशन भी बन गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 हजार 400 करोड़ रुपये के विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने बच्चों के साथ इस ट्रेन में सफर भी किया।

इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 36 सेकेंड का वीडियो सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि वह मेट्रो ट्रेन में बच्चों को आसपास बैठने के लिए कह रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इस दौरान बच्चों से बातचीत भी की। सफर के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने मेट्रो स्टाफ से भी चर्चा की। मेट्रो में उनके साथ बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और वरिष्ठ विधायक तथा नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी भी मौजूद रहे।

सुरंग की लंबाई 520 मीटर

यह ट्रेन पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से सटे हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड के बीच चलेगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने कवि सुभाष-हेमंत मुखोपाध्याय खंड और तारातला-माजेरहाट मेट्रो खंड (जोका-एस्पलेनड लाइन का हिस्सा) का भी उद्घाटन किया है। मेट्रो रेलवे के यह खंड सड़क यातायात को कम करने और निर्बाध, आसान तथा आरामदायक कनेक्टिविटी प्रदान करने में मदद करेगा। 4.8 किलोमीटर लंबा हावड़ा मैदान- एस्प्लेनेड मेट्रो खंड देश का पहला मेट्रो प्रोजेक्ट है। इसमें हुगली नदी के नीचे सुरंग तैयार की गई हैं। सुरंग की लंबाई 520 मीटर है। अप व डाउन लाइन के लिए दो सुरंग तैयार की गई हैं। मेट्रो को नदी पार करने में एक मिनट से कम का समय लगेगा।

पुणे मेट्रो के विस्तार की आधारशिला भी रखी

प्रधानमंत्री ने दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के दुहाई-मोदीनगर (उत्तर) खंड, पुणे मेट्रो के रूबी हॉल क्लिनिक-रामवाड़ी खंड, कोच्चि मेट्रो के एसएन जंक्शन से त्रिपुनिथुरा खंड और आगरा मेट्रो के ताज ईस्ट गेट-मनकामेश्वर खंड का भी उद्घाटन किया। उन्होंने पिंपरी चिंचवड़ और निगड़ी के बीच पुणे मेट्रो के विस्तार की आधारशिला भी रखी।

ऐसा है सिस्टम

इस मेट्रो में ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन सिस्टम लगा है। मोटरमैन के बटन दबाते ही ट्रेन अपने आप अगले स्टेशन के लिए मूव कर जाएगी। कोलकाता मेट्रो का लक्ष्य जून या जुलाई के आसपास साल्ट लेक सेक्टर वी और हावड़ा मैदान के बीच पूरे पूर्व-पश्चिम रूट पर कॉमर्शियल ऑपरेशन शुरू करना है।

मेट्रो रेल की खासियतें –

  • 32 मीटर नीचे चलेगी हुगली नदी के तल से अंडरवाटर मेट्रो।
  • 520 मीटर की दूरी 45 सेकंड में तय करेगी मेट्रो हुगली नदी के नीचे।
  • 4.8 किलोमीटर की दूरी तक फैला यह खंड ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर महत्वपूर्ण बनाता है।
  • 16.5 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन का 10.8 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत है।
  • 2009 में शुरू हुआ ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर का काम।
  • 2017 में शुरू हुआ हुगली नदी के नीचे सुरंग बनाने का काम। (एएमएपी)