भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान (ISRO) के चंद्रयान-3 मिशन की सफलता ने जहां पूरी दुनिया में भारत की अंतरिक्ष में बढ़ती शक्ति का लोहा मनवाया है, वहीं अब भारतीय नौसेना ने समंदर में भारत की धाक का परिचय दिया है। महीनेभर के अंदर ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब भारतीय नौसेना ने समुद्री लुटेरों पर स्ट्राइक कर वाणिज्यिक जहाज को अगवा होने से बचाया है।

भारतीय नौसेना के विशिष्ट समुद्री कमांडो ‘मार्कोस’ ने शुक्रवार को उत्तरी अरब सागर में लाइबेरिया के ध्वज वाले एक वाणिज्यिक जहाज के अपहरण को नाकाम कर दिया है। इसके साथ ही नेवी ने  15 भारतीयों समेत चालक दल के सभी 21 सदस्यों को सफलतापूर्वक बचा लिया है। इस जहाज को पांच-छह हथियारबंद समुद्री लूटेरों ने सोमालिया के पास अगवा करने की कोशिश की थी। भारतीय नौसेना ने त्वरित एक्शन लेते हुए इस कोशिश को विफल कर दिया।

‘एमवी लीला नॉरफॉक’ नाम के इस जहाज के हाईजैक होने की खुबर गुरुवार की शाम मिली थी। इसके तुरंत बाद नौसेना ने एमवी लीला नॉरफोक की मदद के लिए एक युद्धपोत, समुद्री गश्ती विमान, हेलीकॉप्टर और पी-8आई और लंबी दूरी के विमान और प्रीडेटर एमक्यू9बी ड्रोन तैनात कर दिए।

भारतीय नौसेना ने एक वीडिया जारी किया है जिसमें अपहृत हुए 15 भारतीय चालक नजर आ रहे हैं। यह सभी भारतीय अपहृत जहाज एमवी लिली नॉरफॉक पर चालक दल का हिस्सा थे। चालक दल के उत्साहित सदस्यों ने रेस्क्यू के बाद भारत माता की जय का नारा लगाया और भारतीय नौसेना को धन्यवाद दिया। दरअसल अपहृत जहाज एमवी लिली नॉरफॉक पर 21 लोगों का अपहरण किया गया था।

रेस्क्यू किए गए 21 चालक दल में 15 भारतीय भी शामिल

भारतीन सेना के जवानों की एक यूनिट मार्कोस ने उत्तरी अरब सागर में लाइबेरिया के ध्वज वाले वाणिज्यिक जहाज के अपहरण के प्रयास पर कार्रवाई की है। शुक्रवार को मार्कोस ने 15 भारतीयों सहित चालक दल के सभी 21 सदस्यों को रेस्क्यू कर लिया है।

इंडियन नेवी ने शेयर किया वीडियो

अब भारतीय नौसेना ने इन भारतीयों का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें सबके चेहरे पर एक मुस्कान नजर आ रही है। भारतीय नौसेना ने एक वीडिया जारी किया है, जिसमें अपहृत हुए 15 भारतीय चालक नजर आ रहे हैं। यह सभी भारतीय अपहृत जहाज एमवी लिली नॉरफॉक पर चालक दल का हिस्सा थे। चालक दल के उत्साहित सदस्यों ने रेस्क्यू के बाद ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया और भारतीय नौसेना को धन्यवाद दिया।

हथियारबंद डाकुओं ने किया था अपहरण

दरअसल, पांच-छह हथियारबंद लोगों ने एमवी लीला नॉरफोक जहाज को अपहरण करने की कोशिश की थी। इसके बाद नौसेना ने मदद के लिए एक युद्धपोत, समुद्री गश्ती विमान, हेलीकॉप्टर और पी-8आई और लंबी दूरी के विमान और प्रीडेटर एमक्यू9बी ड्रोन तैनात किए।

चेतावनी के बाद भाग निकले समुद्री डाकू

नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा, “जहाज पर सवार 15 भारतीयों सहित चालक दल के सभी 21 सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।” उन्होंने कहा, “मार्कोस कमांडो ने जहाज की जांच की और पुष्टि की कि वहां कोई अपहर्ता नहीं थे। भारतीय नौसेना के युद्धपोत और गश्ती विमान की चेतावनी के बाद समुद्री डाकू जहाज छोड़कर भाग गए।” मधवाल ने कहा, “मिशन में तैनात युद्धपोत पर मौजूद भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो वाणिज्यिक जहाज पर पहुंचे और बचाव अभियान को अंजाम दिया।(एएमएपी)