‘मोदी सरनेम’ विवाद में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सजा पर रोक के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल कर दी गई है। कुल 136 दिनों बाद वे सोमवार को संसद पहुंचे। राहुल गांधी की संसद सदस्यता ऐसे समय में बहाल हुई है, जब मंगलवार को संसद में केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस के लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। ऐसे में इस बात की ज्यादा संभावना है कि राहुल लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत कर सकते हैं। उधर,पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने उनकी लोकसभा में वापसी का स्वागत किया और कहा कि देश की जनता के असल मुद्दों की आवाज एक बार फिर संसद में गूंजेगी।राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल होते ही यहां कांग्रेस मुख्यालय में जश्न शुरू हो गया और कार्यकर्ता नाचने लगे और पूर्व पार्टी प्रमुख के पक्ष में नारे लगाने लगे। लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद संसद पहुंचने पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी सांसदों ने भी राहुल गांधी का गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी के संसद पहुंचने के वीडियो को ट्वीटर पर पोस्ट करते हुए लिखा, जनता के असल मुद्दों की आवाज एक बार फिर संसद में गूंजेगी। राहुल गांधी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष करने वाले लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं व इंसाफ और सच की लड़ाई में समर्थन देने वाले करोड़ों देशवासियों का तह दिल से धन्यवाद।

केरल के वायनाड से सांसद के रूप में राहुल गांधी का दर्जा सोमवार को बहाल कर दिया गया, जब लोकसभा सचिवालय ने मानहानि के एक मामले में उनकी दोषसिद्धि पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा रोक लगाने के बाद एक अधिसूचना जारी की। बता दें कि उन्हें मोदी सरनेम मामले में मार्च 2023 में दोषी ठहराया गया था, दो साल की सजा होने की वजह से संसद से उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई। हालांकि, चार अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सजा पर रोक लगाने का फैसला दिया।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश

राहुल गांधी की सजा पर रोक और सांसदी बहाली से कांग्रेस में नई जान आई है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इसका सकारात्मक संदेश कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में दिल्ली से लेकर बूथ स्तर तक पहुंचा है। अब वो बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में और अधिक ताकत के साथ लड़ सकते हैं। इसका असर पांच राज्यों के आगामी विधानसभा चुनावों में देखने को मिल सकता है।(एएमएपी)