गुरदासपुर में रावी नदी में बाढ़ आने से भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे कई गांव पंजाब से कट गए हैं। सेना के जवानों द्वारा रातभर रेस्क्यू आपरेशन चलाकर करीब 500 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। इस दौरान भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड ने पंजाब सरकार को पत्र लिखकर सूचित किया है कि गुरुवार को भाखड़ा बांध के गेट खोले जाएंगे। इससे सतलुज नदी के अलावा अन्य खड्ड और निचले क्षेत्रों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न होगी।
भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड द्वारा पंजाब सरकार को भेजे गए एक संदेश में कहा गया है कि भाखड़ा बांध में जलस्तर बढ़ने के कारण नंगल डैम में पानी छोड़ा गया है लेकिन डैम में पानी अधिक होने से 13 जुलाई को इसके गेट भी खोलने पड़ेंगे। भाखड़ा से मौजूदा रिलीज 19 हजार क्यूसेक है। पानी की अधिक आवक को देखते हुए 16 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ने का फैसला किया गया है। 13 जुलाई को टरबाइन के जरिए भाखड़ा से 10 घंटे में कुल 35 हजार क्यूसेक पानी रिलीज किया जाएगा। इससे सतलुज नदी में नंगल डैम से नीचे की ओर पानी छोड़ा जाना चाहिए और लगभग 20 हजार क्यूसेक के 640 क्यूसेक समेत इसे चरणों में बढ़ाया जाएगा। बीबीएमबी ने इस संबंध में पंजाब के रूपनगर, होशियारपुर और जालंधर आदि जिलों को अलर्ट कर दिया है।(एएमएपी)