राजस्थान विधानसभा चुनाव के तहत प्रदेश के 199 विधानसभा क्षेत्रों में शनिवार, 25 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। राज्‍य के मतदाता प्रदेश के विकास और भविष्‍य की संभावनाओं को ध्‍यान में रखकर नई सरकार का चुनाव करेंगे। सभी जिलों में मतदान के लिए तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। विधानसभा क्षेत्रों में कुल 51,507 मतदान केंद्रों पर 5,26,90,146 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। 18-30 आयु वर्ग के 1,70,99,334 युवा मतदाता मतदान करेंगे, जिनमें 18-19 आयु वर्ग के 22,61,008 नव मतदाता शामिल हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में कुल 36,101 स्थानों पर मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कुल 10,501 मतदान केंद्र शहरी क्षेत्र में और 41,006 ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए हैं। कुल 26,393 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग करवाई जाएगी। जिला स्तरीय कंट्रोल रूम से इन मतदान केंद्रों पर निगरानी की जाएगी। प्रदेशभर में 65,277 बैलट यूनिट, 62,372 कंट्रोल यूनिट और 67,580 वीवीपैट मशीनें मतदान कार्य में उपयोग की जाएंगी, जिसमें रिजर्व मशीनें भी हैं।

ईवीएम मशीन के सुधार एवं रिप्लेसमेंट के लिए इंजीनियर रहेंगे मौजूद

विधानसभा चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए 6,287 माइक्रो आब्जर्वर और 6247 सेक्टर अधिकारी मय रिजर्व नियुक्त किए गए हैं जो मतदान दलों से सतत समन्वय बनाकर किसी भी प्रकार की परेशानी का तत्काल निराकरण करेंगे। सभी सेक्टर अधिकारियों को एक-एक अतिरिक्त ईवीएम मशीन भी दी जाएगी। जो ईवीएम संबंधी खराबी की सूचना होने पर सुधार एवं रिप्लेसमेंट की कार्यवाही करेंगे। ईवीएम संबंधी खराबी के त्वरित निराकरण के लिए हर विधानसभा में दो-दो बेल के इंजीनियर भी मौजूद रहेंगे जो सूचना प्राप्त होने पर शीघ्र केंद्रों पर पहुंचेंगे। बेल इंजीनियर के पास भी एक-एक अतिरिक्त ईवीएम मशीन रहेगी।

2 लाख अधिक मतदान कर्मी

गुप्ता ने बताया कि 2,74,846 मतदान कर्मी मतदान सम्पन्न कराएंगे। 7960 महिला मतदानकर्मी महिला प्रबंधित मतदान केंद्रों पर एवं 796 दिव्यांग मतदान कार्मिक दिव्यांग प्रबंधित मतदान केंद्रों पर कमान संभालेंगे। सभी मतदान बूथों पर मतदान के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था की गई है, जिसका लाभ लेते हुए वहां आने वाले दिव्यांगजन एवं 80 वर्ष की आयु के वरिष्ठ मतदाता अपना मत बिना किसी असुविधा के डाल सकते हैं। शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए कुल 1,02,290 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। कुल 69,114 पुलिसकर्मी, 32,876 राजस्थान होमगार्ड, फोरेस्ट गार्ड एवं आरएसी जवानों का बल तैनात किया गया है एवं सीआरपीएफ की 700 कंपनियां तैनात की गयी हैं।
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चेकपोस्ट पर सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई

स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न कराने के लिए मतदान दिवस पर सघन जांच एवं निगरानी के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 3 फ्लाइंग स्क्वॉड, 3 एसएसटी दल तैनात रहेंगे। व्यय संवेदनशील मतदान केंद्रों में एक-एक अतिरिक्त एफएस और एसएसटी की तैनाती मतदान दिवस पर की जाएगी। प्रत्येक मतदान केंद्र पर कम से कम तीन क्यूआरटी की उपलब्धता रहेगी। गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब राज्यों से लगती 4850 किलोमीटर लम्बी अंतरराज्यीय सीमा पर बने चेकपोस्ट पर बाहरी अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई की जाएगी।

विधानसभा क्षेत्र स्तर पर बनाई गई कम्यूनिकेशन टीम

मतदान के दिन सूचनाओं के त्वरित आदान प्रदान के लिए जिला एवं विधानसभा क्षेत्र स्तर पर कम्यूनिकेशन टीम बनाई गई है। इस टीम में नियुक्त अधिकारी-कर्मचारी मतदान केंद्रों तक मतदान दलों के पहुंचने की जानकारी, मॉकपोल होने की जानकारी, उसके बाद मतदान शुरू होने, मतदान का प्रतिशत जैसी जानकारियां मतदान केंद्रों पर नियुक्त कर्मचारियों से चर्चा कर संकलित करेंगे। मतदान के लिए कुल 41,224 बड़े तथा छोटे वाहनों का अधिग्रहण किया गया है, जिससे मतदान दल, सुरक्षा कर्मी, ईवीएम मशीन तथा सेक्टर ऑफिसर के आने-जाने में सुगमता रहे। पुलिस बल तथा मतदान दलों के लिए 17,617 वाहन, सेक्टर ऑफिसर के लिए 20,844 छोटे यात्री वाहन एवं ईवीएम मशीन के लाने ले जाने के लिए 2470 ट्रक व मिनी ट्रक अधिग्रहित किए गए हैं। (एएमएपी)