चीन में कोविड के बाद सांस की एक नई बीमारी से देशवासी हलकान हैं और इस बीमारी से ज्यादातर छोटे बच्चें प्रभावित हो रहे हैं।स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब तक 13,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।

अस्पतालों में जगह नहीं

मरीजों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही है जबकि कुछ स्कूलों को बंद कर दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगन (डब्ल्यूएचओ), जिसने सरकार से रोग डेटा मांगा है, ने कहा कि कोई असामान्य या नए रोगजनकों का पता नहीं चला है। इससे पूर्व की रिपोर्ट में कहा गया था, चीन एक बार फिर रहस्मयी फ्लू कारण सुर्खियों में है। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब तक 13,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।

लंबी वेटिंग लिस्‍ट

अस्पतालों में भर्ती होने के लिए लंबी वेटिंग है जबकि कुछ स्कूलों को बंद भी किया गया है। दिसंबर में सख्त कोविड-19 प्रतिबंध हटाए जाने के बाद से चीन अपने पहले पूर्ण सर्दियों के मौसम में प्रवेश करते हुए श्वसन संबंधी बीमारियों में वृद्धि से जूझ रहा है। बच्चों में मामले विशेष रूप से बीजिंग और लियाओनिंग प्रांत जैसे उत्तरी क्षेत्रों में अधिक दिखाई दे रहे हैं जहां अस्पताल लंबे इंतजार की चेतावनी दे रहे हैं। बीजिंग के एविएशन जनरल अस्पताल में रोजाना 550 से 650 मामले आ रहे हैं जो पिछले साल की तुलना में 30 से 50 प्रतिशत अधिक है।

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इस सर्दी और वसंत में इन्फ्लूएंजा चरम पर होगा

राजधानी बीजिंग से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित तियानजिन शहर के चिल्ड्रेन अस्पताल के निदेशक लियु वेई ने गुरुवार को कहा, हमारे दो कैंपस में पिछले 24 घंटों के दौरान 13,171 बच्चों को भर्ती कराया गया है। स्टेट काउंसिल ने कहा कि इस सर्दी और वसंत में इन्फ्लूएंजा चरम पर होगा और भविष्य में कुछ क्षेत्रों में माइकोप्लाज्मा निमोनिया का संक्रमण अधिक रहेगा। इसने कोविड संक्रमण के फिर से बढ़ने के जोखिम के बारे में भी चेतावनी दी। स्टेट काउंसिल ने एक बयान में कहा,सभी इलाकों को संक्रामक रोगों पर सूचना रिपोर्टिंग को मजबूत करना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जानकारी समय पर और सटीक तरीके से दी जाए।(एएमएपी)