उन्होंने बताया कि सावन में आठ सोमवार होंगे। इस साल रक्षाबंधन 31 अगस्त को पड़ेगा। जो आमतौर पर 10 से 15 अगस्त के बीच पड़ता है। इसके साथ चातुर्मास पांच माह का होगा। भगवान विष्णु पांच माह तक योगनिद्रा में रहेंगे। इस दौरान गृह प्रवेश, मुंडन,विवाह, जनेऊ संस्कार आदि मांगलिक कार्य नहीं होंगे।
10 जुलाई को पहला तो 28 अगस्त को अंतिम सोमवारी
उन्होंने बताया कि सावन का पहला सोमवारी 10 जनवरी को होगा। जबकि अंतिम सोमवारी 28 अगस्त को पड़ेगा। दूसरा सोमवारी 17 जुलाई, तीसरा सोमवारी 24 जुलाई, चौथा सोमवारी 31 जुलाई, पांचवा सोमवारी सात अगस्त, छठा सोमवारी 14 अगस्त, सातवां सोमवारी 21 अगस्त व अंतिम आठवां सोमवारी 28 अगस्त को होगा।
मणिकांचन योग में सावन
जगन्नाथ मंदिर के पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि सावन माह मणिकांचन योग में मनेगा। मालमास में सावन पड़ना काफी दुर्लभ माना जाता है। उन्होंने बताया कि 30 सितंबर से लेकर 14 अक्टूबर तक पितृपक्ष होगा। महालया की शुरुआत 30 सितंबर को हो रहा है। सावन में श्रद्धालु चार जुलाई से कांवर उठायेंगे। मलमास में रक्षाबंधन और मधुश्रावणी पर्व भी है।(एएमएपी)