केटीएस के दूसरे चरण में यह प्रस्तावित है कि तमिलनाडु और पुडुचेरी के लगभग 1400 लोग यात्रा समय सहित 8 दिनों के गहन दौरे के लिए ट्रेन से वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा करेंगे। उन्हें लगभग 200 के 7 समूहों में विभाजित किया जाएगा, जिनमें छात्र, शिक्षक, किसान और कारीगर, व्यापारी और व्यवसायी, धार्मिक, लेखक, पेशेवर शामिल होंगे। प्रत्येक समूह का नाम एक पवित्र नदी (गंगा, यमुना, सरस्वती, सिंधु, नर्मदा, गोदावरी और कावेरी) के नाम पर रखा जाएगा।
प्रतिनिधि ऐतिहासिक, पर्यटक और धार्मिक रुचि के स्थानों को देखेंगे और अपने कार्यक्षेत्र से उत्तर प्रदेश के लोगों के साथ बातचीत करेंगे। इस दौरान बुनकरों, कारीगरों, कलाकारों, उद्यमियों, लेखकों आदि के साथ जुड़ाव और बातचीत बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
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शिक्षा मंत्रालय एएसआई, रेलवे सहित संस्कृति मंत्रालय, आईआरसीटीसी, पर्यटन, कपड़ा, खाद्य प्रसंस्करण (ओडीओपी), एमएसएमई, आई एंड बी, एसडी एंड ई और उत्तर प्रदेश सरकार के संबंधित विभागों की भागीदारी के साथ कार्यक्रम के लिए नोडल मंत्रालय होगा।
उल्लेखनीय है कि काशी तमिल संगमम का पहला संस्करण गत वर्ष 16 नवंबर से 16 दिसंबर तक आयोजित किया गया था। इसमें तमिलनाडु के 2500 से अधिक लोगों ने 8 दिवसीय दौरे पर वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा की थी।(एएमएपी)