पाकिस्तानी सरकार ने वहां के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान खान के भाषण या प्रेस कॉन्फ्रेंस पर तत्काल रोक लगा दी है। एक आदेश में पाकिस्तान के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण (पीईएमआरए) ने रविवार को कहा कि इमरान खान से जुड़े किसी भी वीडियो, चाहे वे रिकॉर्ड किए गए हों या लाइव हों, किसी भी सैटेलाइट टीवी नेटवर्क पर प्रसारित होने पर तत्काल रोक लगाई जाती है।इमरान खान के स्पीच पर लगाए गए बैन पर टिप्पणी करते हुए पीटीआई के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से कहा गया, “वे सोचते हैं कि टीवी पर इमरान खान के भाषणों पर प्रतिबंध लगाकर वे अधिक वोट हासिल कर सकते हैं, लेकिन वे नहीं जानते कि इससे मीडिया चैनलों के रेवेन्यू को ही नुकसान होगा।”

घर से गायब थे इमरान खान

रविवार को पाकिस्तानी पुलिस इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए उनके लाहौर स्थित घर पर पहुंची थी मगर इमरान खान वहां मौजूद नहीं थे। इमरान खान ने अपने खिलाफ तोशखाना मामले में गिरफ्तारी विवाद के बीच सरकारी संस्थानों पर निशाना साधा। अप्रैल 2022 में सत्ता से बेदखल हुए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने लाहौर के जमान पार्क स्थित अपने आवास पर ‘जेल भरो तहरीक’ में शामिल हुए पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित किया और अपने गुस्से का इजहार किया।

जबकि इससे पहले इमरान खान के चीफ ऑफ स्टाफ सीनेटर शिबली फराज ने दावा किया था कि पीटीआई प्रमुख जमान पार्क स्थित अपने आवास पर नहीं हैं। तोशाखाना मामले में इमरान खान की गिरफ्तारी के लिए इस्लामाबाद पुलिस के उनके लाहौर स्थित आवास पर पहुंचने के बाद जमान पार्क में पीटीआई कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा और वहां इमरान खान देखे गए।

क्यों हो रही है गिरफ्तारी?

तोशाखाना मामले में अदालत के सामने पेश होने में लगातार विफल रहने के बाद इस्लामाबाद की एक अदालत ने 28 फरवरी को पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इमरान खान ने कड़े शब्दों में कहा कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता अगर सरकार उनका नाम एग्जिट कंट्रोल लिस्ट (ईसीएल) में डालती है क्योंकि उनका देश छोड़ने का कोई इरादा नहीं है।

देश में सत्तारूढ़ पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) गठबंधन के नेतृत्व पर निशाना साधते हुए इमरान खान ने कहा कि अगर उनका नाम ‘नो फ्लाई लिस्ट’ में डाल दिया जाता है तो उनके पैर कांपने लगते हैं। पूर्व सेना प्रमुख की आलोचना करते हुए इमरान खान ने आरोप लगाया कि जनरल (सेवानिवृत्त) कमर जावेद बाजवा ने साजिश रचते हुए देश पर अपराधियों को थोप दिया है।

इमरान खान ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि सुरक्षा का कोई खतरा नहीं है और वे लोग उन्हें रास्ते से हटाना चाहते हैं। पीटीआई के वरिष्ठ नेता बाबर अवान ने 03 मार्च को दावा किया था कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि विदेशी एजेंसियां पीटीआई अध्यक्ष की हत्या का एक और योजना बना रही हैं।

इमरान खान पर हुआ था हमला

गौरतलब है कि नवंबर 2022 में पीटीआई के लंबे मार्च के दौरान गुजरांवाला जिले के वजीराबाद में एक बंदूकधारी ने पूर्व प्रधानमंत्री पर गोली चला दी थी, जिससे उनके पैर जख्मी हो गए थे। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद के वकील कचहरी को मौत का जाल समझते हैं। इमरान खान ने कहा कि उनके वकील इस संबंध में पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अता बंदियाल को पत्र लिखेंगे।(एएमएपी)