इसी तरह से मेरठ उत्तर-पूर्व लोकसभा सीट से कांग्रेस के शाहनवाज खान ने अखिल भारतीय रामराज्य परिषद के सूरज बल स्वामी को पराजित किया। 1957 में मेरठ सीट से कांग्रेस के जनरल शाहनवाज खान ने भाकपा के बृजराज किशोर को हराया। 1962 में तीसरे आम चुनाव में भी कांग्रेस के शाहनवाज खान ने सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार महाराज सिंह भारती को हराया। 1967 में सोशलिस्ट पार्टी के महाराज सिंह भारती ने कांग्रेस के शाहनवाज खान को करारी शिकस्त दी। 1971 के चुनाव में कांग्रेस के शाहनवाज खान ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (ऑर्गनाइजेशन) के उम्मीदवार हरीकिशन को हराया। 1977 में जनता पार्टी के कैलाश प्रकाश ने कांग्रेस उम्मीदवार शाहनवाज खान पराजित कर दिया। 1980 में मेरठ लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार मोहसिना किदवई ने जनता पार्टी उम्मीदवार हरीश पाल को हराया। 1984 में भी कांग्रेस की मोहसिना किदवई ने जनता पार्टी की अंबिका सोनी को हराया। 1980 में हरीश पाल ने मोहसिना किदवई को चुनाव में पराजित किया।
वर्ष 1991 में मेरठ-हापुड़ सीट पर भाजपा का खाता पहली बार खुला। भाजपा उम्मीदवार अमरपाल सिंह ने यहां से जीत दर्ज की। इसके बाद 1996 और 1998 में भी अमरपाल ने जीत दर्ज की। 1999 में हुए मध्यावधि चुनाव में कांग्रेस ने यह सीट भाजपा से छीन ली। कांग्रेस उम्मीदवार अवतार सिंह भड़ाना ने भाजपा उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की। 2004 के चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार शाहिद अखलाक ने राष्ट्रीय लोकदल के मलूक नागर को हराया।
2009 में हुए चुनाव में भाजपा के राजेंद्र अग्रवाल ने बसपा के मलूक नागर को हराकर चुनाव जीता। इसके बाद 2014 की मोदी लहर में भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र अग्रवाल ने बसपा के शाहिद अखलाक को हराकर दूसरी बार लोकसभा में पहुंचने में कामयाबी पाई। 2019 के चुनाव में नजदीकी मुकाबले में राजेंद्र अग्रवाल ने फिर से बसपा के याकूब कुरैशी को शिकस्त देकर जीत की हैट्रिक लगाई। अभी तक सपा और रालोद को मेरठ सीट पर जीत का इंतजार है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राजेंद्र अग्रवाल का टिकट काटकर अभिनेता अरुण गोविल को चुनाव मैदान में उतारा है। उनके मुकाबले बसपा के देवव्रत त्यागी चुनाव मैदान में हैं। (एएमएपी)