अमेरिका में ठंड का मौसम लोगों के लिए काफी मुश्किल भरा साबित हो रहा है। यहां बर्फबारी के बीच हाल ही में आए तूफान के चलते लगभग पूरे देश में भीषण सर्दी के हालात बन गए हैं। उत्तरी क्षेत्र में तो कई जगहों पर पारा माइनस से कई डिग्री नीचे दर्ज किया गया है। इसके अलावा बर्फीले तूफान की वजह से लोग घरों में बंद रहने पर मजबूर हैं। मौजूदा समय में अमेरिका की करीब 60 फीसदी जनता इस ठंड में किसी न किसी मौसमी चेतावनी को मानने के लिए मजबूर है।अमेरिका की राष्ट्रीय मौसम सेवा के मुताबिक, पूरे देश में मौजूदा समय में 20 करोड़ के करीब लोग चेतावनी क्षेत्रों में रह रहे हैं। फिलहाल बर्फबारी और तूफान की वजह से चेतावनी वाली क्षेत्रों की संख्या भी अपने रिकॉर्ड स्तर पर है। खराब मौसम की वजह से 14 लाख घरों और कारोबारों को बिजली संकट का भी सामना करना पड़ा है। इनमें ज्यादातर को कई घंटों तक अंधेरे में रहने पर मजबूर होना पड़ा है। अमेरिका की सबसे बड़ी बिडली कंपनी टेनेसी वैली अथॉरिटी ने शुक्रवार दोपहर ही बिजली समस्या को सुलझाने की बात कही। हालांकि, उसने लोगों से बिजली को बचाने का अनुरोध किया।

इतना ही नहीं बर्फबारी और ठंड की वजह से शुक्रवार को अमेरिका आने-जाने वाली करीब 5,000 फ्लाइट्स को रद्द किया गया है। इसके चलते क्रिसमस और न्यू ईयर जैसे छुट्टी के मौके पर भी बड़ी संख्या में लोगों को एयरपोर्ट पर परेशान देख गया। माना जा रहा है कि अमेरिका में यह ठंड की स्थिति में जल्द सुधार नहीं आएगा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बर्फीला तूफा अमेरिका के एक बॉर्डर से दूसरे बॉर्डर तक गुजरा। इसके चलते कनाडा में भी उड़ानों पर बड़ा प्रभाव पड़ा है। यहां वेस्टजेट ने टोरंटो के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सभी फ्लाइट्स कैंसल कर दीं। दूसरी तरफ मैक्सिको की तरफ अमेरिकी बॉर्डर पर भयानक ठंडे तापमान की वजह से सैकड़ों अप्रवासी ठिठुरते देखे गए। बता दें कि इन अप्रवासियों की अमेरिका में एंट्री को लेकर सुप्रीम कोर्ट को फैसला लेना है। कोरोना महामारी की वजह से 2020 से ही प्रवासियों को शरण देने पर रोक लगी है।  (एएमएपी)