राष्ट्रपति ने नए संसद भवन में बजट सत्र से पहले दोनों सदनों को किया संबोधित
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना, बोले- हुड़दंग नहीं अच्‍छी बहस करनी चाहिए

संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ बुधवार को बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक घंटे 13 मिनट तक अपने विस्तृत भाषण में सरकार की नीतियों और विजन का खाका खींचा। इस दौरान उन्होंने यूपीआई और भारत की अर्थव्यवस्था की स्थिति से लेकर महिलाओं की भागेदारी, परीक्षा में गड़बड़ी जैसे मुद्दों को उठाया। अयोध्या राम मंदिर निर्माण को लेकर उन्होंने कहा कि राम मंदिर के निर्माण की आकांक्षा सदियों से थी, आज यह सच हो चुकी है। मुर्मू ने कहा कि बीता वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा है। उन्होंने लगातार दूसरी तिमाही में भारत की विकास दर 7.5 फीसदी रहने का जिक्र करते हुए देश की आर्थिक नीतियों को शानदार बताया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘राम राम’ कहकर देश को संबोधित किया और बवाल करने वाले सांसदों से अच्छा प्रदर्शन करने की अपील की।

बीता वर्ष ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा

बजट सत्र की शुरुआत से पहले लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि बीता वर्ष भारत के लिए ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा। उन्होंने सांसदों को महिला आरक्षण कानून बनाने के लिए बधाई भी दी। उन्होंने एशियन गेम्स के इतिहास में सबसे अधिक मेडल, चंद्रय़ान-तीन की सफलता, राम मंदिर निर्माण का सपना पूरा होने का जिक्र किया। राष्ट्रपति के ऐसा कहने पर सदन के भीतर मौजूद सांसदों ने मेज थपथपाकर बधाई दी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर की आकांक्षा सदियों से थी, जो इस साल पूरी हुई है। राष्ट्रपति के मुताबिक गुलामी के दौर में बने कानून अब इतिहास का हिस्सा बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि तीन तलाक की कुप्रथा को खत्म करने के लिए सरकार ने कड़े कानूनी प्रावधान किए।

सरकार के प्रयासों के सार्थक परिणाम

उन्होंने कहा कि सरकार, मानव केंद्रित विकास पर बल दे रही है। हमारे लिए हर नागरिक की गरिमा सर्वोपरि है। उन्होंने कहा, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चल रही सरकार समाज के हर वर्ग को उचित अवसर देने में जुटी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, हमारी सीमाओं से सटे गांवों को देश का अंतिम गांव माना जाता था। सरकार ने, इन्हें देश का पहला गांव बनाया। उन्होंने कहा कि आंतरिक शांति के लिए सरकार के प्रयासों के सार्थक परिणाम हमारे सामने हैं। आज मेड इन इंडिया एक ग्लोबल ब्रांड बन चुका है। उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हुए हैं।

सरकारी योजनाओं से आ रहा है बदलाव

देश की संसद और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, नारीशक्ति का सामर्थ्य बढ़ाने के लिए मेरी सरकार हर स्तर पर काम कर रही है। किसानों के लिए हो रहे प्रयासों को गिनाते हुए उन्होंने कहा, सरकार का प्रयास है कि खेती में लागत कम हो और किसानों को लाभ अधिक हो। उन्होंने कहा कि जनकल्याण की तमाम सरकारी योजनाओं से बदलाव आ रहा है। ये सिर्फ सुविधाएं भर नहीं, देश के नागरिकों के पूरे जीवन-चक्र पर इन योजनाओं का सकारात्मक असर पड़ रहा है।

चार मजबूत स्तंभों पर खड़ी होगी विकसित भारत की भव्य इमारत

राष्ट्रपति ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग और लघु उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए हुए प्रयासों को भी गिनाया। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। उन्होंने कहा, डिजिटल इंडिया का निर्माण बीते 10 साल में हुए बड़े बदलावों में अग्रणी है। आज भारत में ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर बन रहा है, जिसका सपना हर भारतीय देखता था। राष्ट्रपति ने कहा, ‘सरकार मानती है कि विकसित भारत की भव्य इमारत 4 मजबूत स्तंभों पर खड़ी होगी। उन्होंने युवाशक्ति, नारीशक्ति, किसान और गरीब को चार स्तंभ करार दिया। उन्होंने कहा कि वैश्विक संकटों के बावजूद मेरी सरकार ने देश में महंगाई को काबू में रखा, सामान्य भारतीय का बोझ नहीं बढ़ने दिया।

परीक्षा में होने वाली गड़बड़ी को लेकर कानून बनाने की तैयारी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सरकार परीक्षा में होने वाली गड़बड़ी को लेकर युवाओं की चिंताओं से अवगत है और इसे रोकने के लिए एक कानून बनाएगी। मुर्मू ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने, औपनिवेशिक आपराधिक कानूनों के स्थान पर नए कानून बनाए जाने सहित केंद्र सरकार के कई अन्य कदमों का भी उल्लेख किया।

जीवन में पहली बार गरीबी हटता देख रहा देश

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण में उद्योग जगत के लोगों के लिए बनाई गई योजनाओं और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए हो रहे प्रयासों को भी गिनाया। उन्होंने कहा कि किसानों को लाखों करोड़ रुपये का आर्थिक लाभ मिले, यह सुनिश्चित किया है। कृषि उत्पादों का निर्यात भी बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘हम सभी बचपन से गरीबी हटाओ के नारे सुनते आ रहे थे। अब हम जीवन में पहली बार बड़े पैमाने पर गरीबी को दूर होते देख रहे हैं।’

पीएम मोदी का विपक्ष पर वार, कहा- कुछ लोग आदतन हुड़दंग करते हैं

बजट सत्र की शुरुआत होने से पहले संसद परिसर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि कुछ सांसद जानबूझकर सदन में हुड़दंग और लोकतंत्र का ‘चीरहरण’ करते हैं। ऐसे सांसदों को आत्ममंथन करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष को हुड़दंग नहीं बल्कि सरकार की नीतियों की तीखी आलोचना करनी चाहिए। बजट पेश होने जा रहा है, इस पर विपक्ष को अच्छी बहस करनी चाहिए। पीएम ने कहा कि इस बार का बजट परंपरा के अनुरूप होगा। उन्‍होंने कहा कि नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था, उसके आखिर में एक बहुत ही गरिमापूर्ण फैसला लिया था। और वह फैसला था नारीशक्ति वंदन अधिनियम और उसके बाद 26 जनवरी को भी हमने देखा कि किस प्रकार से देश ने कर्तव्यपथ पर नारी शक्ति के सामर्थ्य को, नारी शक्ति के शौर्य को, नारी शक्ति के संकल्प की शक्ति को अनुभव किया गया।

कैट को अंतरिम बजट से लाभकारी व्यापारिक नीतियों की घोषणा की उम्मीद

एक फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेंगी वित्त मंत्री

बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार का यह अंतिम बजट होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेंगी। इस बार पेश किया जाने वाला लेखा अनुदान बजट मूल रूप से अगली सरकार बनने तक खर्च चलाने के लिए बजटीय आवंटन करने की कवायद होगी। आर्थिक मामलों के जानकारों की मानें तो इसमें बहुत बड़े बदलावों की घोषणा किए जाने की संभावना नगण्य है।(एएमएपी)