प्रदीप सिंह।
इन दिनों किराना हिल्स की बड़ी चर्चा हो रही है। किराना हिल्स पाकिस्तान में रावलपिंडी के पास है। इसे पाकिस्तान का सबसे आधुनिक एयरबेस माना जाता है… बल्कि ‘माना जाता था’ भी कह सकते हैं। सरगोधा उसके पास है। वहां पर भारत ने अपने ब्रह्मोस मिसाइल से हमला किया। इस समय दुनिया भर में चर्चा यह है कि सरगोधा के पास स्थित किराना हिल्स- जहां पाकिस्तान ने अपने न्यूक्लियर हथियार रखे हुए थे- इस हमले से वहां विस्फोट हुआ। जिससे न्यूक्लियर मटेरियल का रिसाव शुरू हुआ और यह पूरी दुनिया के लिए एक तरह से चिंता की बात हो गई।
अब इस पर कोई बोल नहीं रहा है। पाकिस्तान लगातार इससे मना कर रहा है कि ऐसा कुछ हुआ। भारत के डीजीएमओ की प्रेस कांफ्रेंस में जब एयर मार्शल ए के भारती से पूछा गया कि क्या किराना हिल्स पर भारत ने अटैक किया और सरगोधा में पाकिस्तान के न्यूक्लियर हथियार थे तो उन्होंने जो कहा वो तो समझिए, लेकिन अगर आपने वो वीडियो देखा हो, उस समय उनकी भाव भंगिमा देखी हो, तो आप असली बात समझ जाएंगे। असली बात तो उन्होंने बताई नहीं, लेकिन आप लगभग उनके चेहरे पर व्यंगक्ति का भाव देख सकते थे। उन्होंने कहा कि हमने किराना हिल्स पर कोई अटैक नहीं किया और हमें आपसे पता चल रहा है कि किराना हिल्स में पाकिस्तान के परमाणु हथियार हैं। हमें तो इसकी कोई जानकारी है नहीं।
7 मई, 8 मई, 9 मई, 10 मई ऑपरेशन सिंदूर चार दिन चला। पूरा ऑपरेशन मैटिकुलस प्रसीशन स्ट्राइक से तो हुआ ही, उससे पहले इंटेलिजेंस से पूरी जानकारी जुटा ली गई थी कि कहां पर पाकिस्तान के सबसे ज्यादा हथियार हैं, सबसे मजबूत एयरबेस कौन सा है, कहां स्ट्राइक करने से सबसे ज्यादा नुकसान होगा- इस सब की जानकारी हमारे इंटेलिजेंस को थी। तो अब यह तो संभव ही नहीं है कि इंटेलिजेंस को यह पता ना हो कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार कहां हैं। भारत ने इस स्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान को बता दिया कि हमें पता है कि तुम्हारे परमाणु हथियार कहां हैं।
अब आप अलग-अलग बयानों से इसको जोड़ने की कोशिश कीजिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि हमने पाकिस्तान के न्यूक्लियर ब्लैकमेल में आने से मना कर दिया। इससे पहले किसी प्रधानमंत्री ने इस तरह का बयान नहीं दिया था। दूसरा अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता से भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये सवाल पूछा गया कि क्या न्यूक्लियर लीक हुआ है? तो उन्होंने कहा इस विषय पर अभी वो कुछ नहीं कहना चाहते। उनसे पूछा गया था कि क्या अमेरिका ने विमान भेजा है जो इस बात का पता लगाता है कि किसी क्षेत्र में कोई न्यूक्लियर रिसाव (रेडिएशन) हुआ है या नहीं। इस सवाल पर भी वह चुप रहे। कोई जवाब नहीं दिया। वो सीधे सीधे कह सकते थे कि “नहीं, अमेरिका ने तो विमान नहीं भेजा है।” लेकिन नहीं कहा। इसका मतलब तो यही लगाया जायेगा की अमेरिका ने विमान भेजा है।
दूसरी बात, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बात को याद कीजिए कि- “हमने रोक दिया, नहीं तो न्यूक्लियर वॉर हो जाता। लाखों लोग मारे जाते।” डोनाल्ड ट्रंप को कैसे मालूम कि न्यूक्लियर वॉर हो जाता। भारत-पाक तो 1999 में भी लड़ चुके हैं। तब भी दोनों न्यूक्लियर पावर थे। इस बार न्युक्लीअर रिसाव की आशंका को इस बात से भी बल मिला की पाकिस्तान ने इजिप्ट से बोरोन मंगाया गया है। बोरोन वो तत्व है जो न्यूक्लियर रेडिएशन को कम करता है। तो पाकिस्तान ने ये क्यों मंगाया? सवाल इसका है। और, किराना हिल्स के बारे में पाकिस्तान जानकारी क्यों नहीं दे रहा है? यहां पर किराना हिल्स को ब्लैक माउंटेन भी कहते हैं। अभी तक हम पाकिस्तान के न्यूक्लियर रिएक्टर या न्यूक्लियर फैसिलिटीज के बारे में बात करते हुए दो जगहों के नाम जानते थे। किराना हिल्स का नाम पहली बार सार्वजनिक रूप से इस तरह से सामने आया है। यह पंजाब में स्थित है और पाकिस्तान की आर्मी हेड क्वार्टर के करीब है। यह लगभग 68 किलोमीटर का इलाका है। इसमें बहुत सारी टनल्स बनी हुई हैं। टनल्स बनाने की क्या जरूरत है, आप समझ सकते हैं। परमाणु हथियार जो भी देश रखते हैं वह जमीन के बहुत नीचे रखते हैं।
पाकिस्तान में 7 मई के बाद से अब तक चार भूकंप आ चुके हैं। और यह भूकंप किसी नेचुरल फिनोमिना का नतीजा नहीं है। यानी जमीन के नीचे कोई टेक्टॉनिक प्लेट्स में कोई शिफ्ट, किसी तरह की हलचल नहीं हुई है। किसी बड़े विस्फोट के कारण ये भूकंप आए हैं। किराना हिल्स भारत से महज 170 किलोमीटर दूर है। मतलब हमारे ब्रह्मोस मिसाइल की स्ट्राइक रेंज में है।
किराना हिल्स का रहस्य बहुत कुछ तो सामने आ चुका है, लेकिन ऑफिशियली कुछ सामने नहीं आया। वो भी आएगा, थोड़ा समय लगेगा। इतना तो तय है कि भारत ने पाकिस्तान की न्यूक्लियर हथियार के इस्तेमाल की गीदड़ भभकी को हमेशा के लिए खत्म कर दिया है। जिस तरह से भारत ने जवाबी हमले में पाकिस्तान के 11 एयरबेस खत्म किए हैं। उसमें सरगोधा भी है। उसके अलावा किराना हिल्स पर अटैक हुआ है… हालांकि भारत की फौज यह मान नहीं रही कि हमने किराना हिल्स को निशाना बनाया। किराना हिल्स और सरगोधा एयरबेस एक दूसरे से लगे हुए हैं। भारत यह तो कह रहा है कि हमने सरगोधा एयरबेस को निशाना बनाया, पर किराना हिल्स की बात नहीं कर रहा है। किराना हिल्स की बात करने का मतलब है कि आप ऑफिशियली स्वीकार कर रहे हैं कि हमने पाकिस्तान के न्यूक्लियर हथियार के भंडारण यानी स्टोर पर हमला किया। यह भारत क्यों करेगा? हमारा जो लक्ष्य था, वह पूरा हो गया। हम इस बहस में क्यों उलझें?
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(लेखक राजनीतिक विश्लेषक और ‘आपका अख़बार’ के संपादक हैं)