खाद्य तेलों की कीमतों में 10 से लेकर 20 रुपए तक हुआ इजाफा।
दीपों का त्योहार दीपावली से पहले खाद्य तेलों की कीमतों में फिर तेजी देखने को मिल रही है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि पिछले एक हफ्ते के भीतर पाम तेल की कीमतों में 10 से लेकर 12 रुपये प्रति लीटर, सोया तेल के दाम 14 से लेकर 16 रुपये और सनफ्लावर तेल के भाव में 18 से लेकर 20 रुपये तक की तेजी देखने को मिली है। ऐसे में त्योहारी सीजन में आम आदमी की परेशानी बढ़ेगी।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया पिछले तीन महीने से ज्यादा समय से निर्यातक देशों में उत्पादन बढ़ने और देशभर में अच्छी बारिश के चलते नई फसल का रकबा बढ़ने की उम्मीद से खाद्य तेलों के दाम लगातार गिर रहे थे, लेकिन पिछले हफ्ते ओपेक प्लस देशों के क्रूड ऑयल के उत्पादन में कटौती करने की घोषणा और डॉलर के मुकाबले रुपये की वैल्यू कम होने से खाद्य तेल के दामों में अचानक से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। खंडेलवाल ने बताया कि वैश्विक ताड़ के तेल की खरीद इस तिमाही में बढ़ रही है, क्योंकि खरीदार प्रतिद्वदंवी सोया तेल और ताड़ तेल के बीच दाम में ज्यादा अंतर होने से भारत के आयातकों ने पिछले महीनों में खरीद कम की थी। खंडेलवाल ने बताया कि ओपेक प्लस देशों के क्रूड के उत्पादन में कटौती से कच्चे तेल के दाम में तेजी आई है, जिसका सीधा असर ताड के तेल के भाव में भी देखने को मिल रहा है।
वहीं, अखिल भारतीय तेल व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने कहा कि शीर्ष पाम तेल उत्पादक इंडोनेशिया के निर्यात को बढ़ाकर स्टॉक को कम करने के प्रयासों से कीमतों पर फिलहाल दबाव बना हुआ है, जबकि प्रतिद्वंद्वी तेल अधिक बढ़ रहे हैं।
दरअसल, कुछ दिन पहले डॉलर के मुकाबले रुपया 82 के ऊपर पहुंच चुका है। इससे आयातित तेलों के दाम वृद्धि हुई है। खंडेलवाल ने बताया कि पिछले एक सप्ताह के भीतर पाम तेल के दाम में 10 से लेकर 12 रुपया प्रति लीटर सोया तेल के भाव में 14 से लेकर 16 रुपया और सनफ्लावर तेल की कीमत में 18 से लेकर 20 रुपये तक की तेजी देखने को मिली है।