तुर्की और सीरिया में राहत-बचाव कार्यों के बीच कुछ अच्छी खबरें भी देखने को मिली। तुर्की राज्य समाचार एजेंसी अनादोलु के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी तुर्की के गाजियांटेप प्रांत के नूरदागी जिले में ज़ाहिदे काया नाम की एक गर्भवती महिला को 115 घंटे के बाद जिंदा मलबे से बाहर निकाला गया। उनकी छह साल की बेटी कुबरा को एक घंटे पहले मलबे से बचाया गया था। महिला अस्पताल में भर्ती है लेकिन सुरक्षित है।
युद्धविराम की घोषणा
वहीं, संयुक्त राष्ट्र के अधिकार प्रमुख ने सीरिया में तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया ताकि भूकंप के सभी पीड़ितों तक सहायता पहुंच सके। विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर-पश्चिम में करीब 40 लाख लोग मानवीय सहायता पर निर्भर हैं, लेकिन तीन हफ्तों में सरकार-नियंत्रित क्षेत्रों से कोई सहायता वितरण नहीं हो पाया है।
सीरिया में 53 लाख लोगों के बेघर होने का संकट
विनाशकारी भूकंप में बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं और हजारों घर जमींदोज हो गए। भीषण आपदा में तबाही से लाखों की संख्या में लोगों के बेघर होने की आशंका जताई गई है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि सीरिया में विनाशकारी भूकंप के बाद बेघर हुए लोगों की संख्या 53 लाख के करीब हो सकती है।
सीरिया में 53 लाख लोग बेघर
यूएन हाई कमिश्नर ऑफ रिफ्यूजी के सीरियाई प्रतिनिधि शिवांका धनपाला ने कहा कि सीरिया में कम से कम 5।3 मिलियन यानी 53 लाख लोग भूकंप से बेघर हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि भूकंप से प्रभावित 53 लाख लोगों को देश भर में आश्रय सहायता की जरूरत होगी।
राहत और बचाव कार्य जारी
यूएन हाई कमिश्नर ऑफ रिफ्यूजी के सीरियाई प्रतिनिधि ने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसी देश के बुरी तरह प्रभावित हिस्सों में सहायता पहुंचा रही है। एजेंसी का मुख्य ध्यान आश्रय और राहत वस्तुओं पर है। सामूहिक केंद्रों में पर्याप्त सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। टेंट, प्लास्टिक की चादर, थर्मल कंबल, सोने के लिए दरी, सर्दियों के कपड़े की व्यवस्था की गई है। प्रभावितों में बुजुर्गों, विकलांगों और माता-पिता से जुदा हुए बच्चों पर खास ध्यान दिया जा रहा है। (एएमएपी)