सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में आते ही लग जाएगा नौतपा।
आपका अख़बार ब्यूरो।
नौ दिन की यह अवधि मौसम की तीव्रता को अभिव्यक्त करती है, जहाँ गर्म हवाएँ और प्रचंड उष्णता लोगों की दशा को दुखद बना देती है। सूरज के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही नौतपा का प्रारम्भ होता है, जो कि प्रतिवर्ष ज्येष्ठ मास के दौरान होता है। इस दौरान नौ दिनों तक घोर गर्मी का अनुभव होता है, और इस अवधि को नौतपा कहा जाता है। इन दिनों में सूर्य अपनी पूर्ण शक्ति में होता है और असह्य ताप बिखेरता है। यह गर्मी मनुष्यों के साथ-साथ प्रकृति पर भी कठोर प्रभाव डालती है, जैसे कि वनस्पतियाँ और जलाशय सूखने लगते हैं। इस समय दौरान लू का प्रकोप स्पष्ट रूप से महसूस होता है। नौतपा भले ही पीड़ादायक हो, लेकिन इसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बहुत अहमियत दी गई है।
इस वर्ष नौतपा का आरंभ 25 मई 2024 से होगा, जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा और 8 जून 2024 को समाप्त होगा, जब सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में स्थानांतरित हो जाएगा। इन नौ दिनों के दौरान धरती आग के समान जलती है।
नौतपा की अवधि में जलाशयों के सूखने के कारण पेड़-पौधों और जीव-जंतुओं को पानी की किल्लत होती है। इस दौरान पशु-पक्षियों के लिए पानी का इंतजाम करना और पेड़ों को नियमित जल देना चाहिए। माना जाता है कि यह कार्य सौभाग्य को जगाता है।
मंदिर में प्रवेश करते समय लोगों के पैर न जलें इसलिए नौतपा के समय में वहाँ कालीन या हरी घास की चटाई बिछवा देनी चाहिए। यह लघु कार्य आपकी प्रगति के मार्ग को प्रशस्त कर सकता है।