कहानी केरल के कोझिकोड में रहने वाले उस परिवार की जहां कुछ ही साल के अंदर बैक टू बैक 6 मौत हो गईं. लकिन हैरानी की बात ये थी कि उन लोगों को कोई बीमारी थी ही नहीं और सभी की मौत का कारण हार्टअटैक ही था. 17 साल बाद जब इन 6 मौत की सच्चाई सामने आई तो हर किसी के रोंगटे खड़े गए. क्योंकि सच्चाई यकीन से परे थी. तो क्या था ये पूरा मामला चलिए जानते हैं…
केरल के कोझिकोड का पोन्नामट्टम इलाका… यहां थोमस परिवार रहता था. इस परिवार की गिनती इलाके के संपन्न परिवारों में की जाती थी. परिवार के मुखिया थे टॉम थोमस. उनकी की पत्नी का नाम अनम्मा थॉमस था. दंपत्ति के दो बेटे थे. रॉय थॉमस और रोजो थॉमस. 1997 में रॉय की शादी जॉली अम्मा जोसेफ से कर दी गई. शादी के बाद बहुत ही कम समय में जॉली सबकी चहेती भी बन गई. वह परिवार का बहुत अच्छे से ख्याल रखती थी. और बातचीत करने में भी काफी अच्छी थी।

जब जॉली की शादी रॉय से हुई थी तो वह बेरोजगार था. घर खर्च के लिए अपने पिता टॉम थॉमस से ही पैसे लिया करता था. इसलिए शादी के बाद भी जॉली ने फैसला किया कि वह अपनी पढ़ाई जारी रखेगी. ताकि आगे चलकर कोई नौकरी कर सके. शादी के कुछ समय बाद उसने घर वालों को बताया कि उसकी नौकरी कालीकट के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी में लग गई है. समय यूं ही बीतता गया. फिर साल 2002 में जॉली की सास अनम्मा की तबीयत अचानक खराब हो गई. उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां इलाज के बाद उन्हें वापस घर भेज दिया गया. घर आए हुए दो ही महीने बीते थे कि 22 अगस्त 2002 में एक बार फिर अनम्मा की तबीयत खराब हो गई. उन्हें अस्पताल ले जा ही रहे थे कि रास्ते में ही अनम्मा की मौत हो गई।

मौत का कारण डॉक्टरों ने हार्ट अटैक बताया. फिर भी मौत की असल वजह समझने के लिए डॉक्टरों ने परिवार को पोस्टमार्टम करवाने की सलाह दी. लेकिन परिवार ने ऐसा करने से इनकार कर दिया. उन्होंने इसे नेचुरल डेथ मानते हुए अनम्मा का अंतिम संस्कार कर दिया. घर के अहम सदस्य की इस तरह मौत हो जाने से परिवार के सदस्य काफी दुखी रहने लगे. लेकिन समय बीता और परिवार की जिंदगी फिर से पटरी पर आ गई. समय बीतता गया. फिर दिन आया 26 अगस्त 2008. 4 दिन पहले ही अनम्मा की 6वीं डेथ एनिवर्सरी मनाई गई थी. घर में परिवार के दूसरे रिश्तेदार भी आए थे. तभी 26 अगस्त को टॉम थॉमस की भी अचानक से मौत हो गई।

शुरुआती जांच में इनकी मौत का कारण भी हार्ट अटैक बताया गया. इस बार भी परिवार ने टॉम की मौत को नेचुरल डेथ मानते हुए पोस्टमार्टम नहीं करवाया और उनका अंतिम संस्कार कर दिया. परिवार में 6 साल के अंदर ही दो मौत के बाद अब चीजें बदलने लगीं. पहले ये ज्वाइंट फैमिली थी. लेकिन अब इनके बीच प्रॉपर्टी का बंटवारा होने लगा. अब सभी अलग-अलग रहने लगे।

तीन साल बाद एक और मौत

फिर दिन आया 9 सितंबर 2011. जॉली के पति रॉय थॉमस की अचानक से मौत हो गई. रॉय का शव बाथरूम से बरामद किया गया. इस बार परिवार के एक सदस्य के कहने पर रॉय का पोस्टमार्टम करवाया गया. पता चला कि रॉय की मौत सायनाइड जहर से हुई है. जब इस मामले में जांच बढ़ाई गई तो पता चला कि रॉय आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. इस कारण उन्होंने सुसाइड कर लिया. यह बात खुद रॉय की पत्नी यानि जॉली ने पुलिस को बताई थी. पुलिस जांच में यह पता भी लगा कि सच में ही रॉय आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. इसलिए जॉली की बात पर पुलिस ने यकीन कर लिया।
समय बीतता गया. फिर दिन आया 24 फरवरी 2014. घर के ही एक सदस्य मैथ्यू मंजाड़ियल की भी इसी तरह मौत हो गई. वह अनम्मा थॉमस का भाई था. परिवार ने लेकिन इनका भी पोस्टमार्टम नहीं करवाया और उनका भी अंतिम संस्कार कर दिया. परिवार में एक के बाद एक मौत हो रही थी. लेकिन किसी को भी कुछ समझ नहीं आ रहा था. आस-पास के लोगों ने तो ये तक बोलना शुरू कर दिया कि इस परिवार पर किसी बुरी आत्मा का साया है या किसी ने उन्हें श्राप दिया है।

परिवार में दो मौत और हुईं

मैथ्यू की मौत के कुछ दिन बाद ही एक और मौत हो गई. इस बार रॉय थॉमस के चचेरे भाई साजू थॉमस की बेटी अल्फाइन की मौत हो गई. मौत के समय अल्फाइन की उम्र महज दो साल थी. ये मौत भी अचानक से हुई थी. इसके बाद 11 जनवरी 2016 को अल्फाइन की मां सिली सरखरियास की भी मौत हो गई. यानि 14 सालों में एक ही परिवार के 6 सदस्यों की मौत हो गई थी. इतना ही नहीं इसी परिवार के दूर के दो रिश्तेदारों की भी मौत रोड एक्सीडेंट में हो गई. सिली की मौत के कुछ ही समय बाद जॉली और साजू ने शादी कर ली. फिर उसके साथ ही रहने लगी।

तभी परिवार के एक सदस्य ने अचानक से पुलिस से मदद मांगी. वो कोई और नहीं बल्कि टॉम का छोटा बेटा रोजो थॉमस था. उसका कहना था कि 6 मौत महज इत्तेफाक नहीं बल्कि किसी की सोची समझी साजिश है. रोजो अमेरिका में जॉब करता था. लेकिन उसे इन सब मौत के पीछे अपनी भाभी यानि जॉली पर शक था. इसलिए पुलिस से उसने गुहार लगाई कि इन 6 मौत की जांच की जाए. पहले तो पुलिस ने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया. लेकिन रोजो भी दूसरी तरफ अपने स्तर से मामले की जांच कर रहा था. उसने पुलिस के सामने कुछ ऐसा बताया कि पुलिस के भी होश उड़ गए।

रोजो ने जताया भाभी जॉली पर शक

रोजो ने बताया कि उसकी भाभी ने परिवार को झूठ कहा था कि वो एनआईटी कालीकट में नौकरी करती है. क्योंकि उसने जब भाभी के बारे में पता लगाया तो नौकरी की बात गलत निकली. जॉली का आईकार्ड भी नकली निकला. इतना ही नहीं रोजो ने ये बात भी पुलिस को बताई कि जिन 6 लोगों की मौत हुई है, उस समय उनके आस-पास जॉली ही मौजूद थी. रोजो की बात को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. फिर सबसे पहले कब्र से 6 लाशों को निकालकर उनका पोस्टमार्टम करवाया. पता चला कि 5 मौत सायनाइड से तो वहीं 2 साल की बच्ची की मौत गला घोंटने से हुई थी।

जॉली ने किया गुनाह कबूल

पुलिस ने फिर 5 अक्टूबर 2019 को जॉली को गिरफ्तार कर लिया. पहले तो जॉली उन्हें गुमराह करती रही. लेकिन सख्ती से पूछताछ में जॉली ने अपना जुर्म कबूल लिया. फिर उसने पुलिस को पूरी कहानी बताई. जॉली ने बताया कि उसने अपनी सास को इसलिए मारा था क्योंकि घर का सारा हिसाब वही रखती थीं. और ये बात जॉली को पसंद नहीं थी. ससुर को इसलिए मारा क्योंकि जब उसे और उसके पति को पैसों की जरूरत थी तो ससुर ने जमीन का एक टुकड़ा बेचकर उन्हें पैसे दे दिए. साथ ही ये ऐलान कर दिया कि अब जायदाद में से उन्हें कुछ भी नहीं मिलेगा. ये बात भी जॉली को पसंद नहीं आई और उसने उन्हें भी मार डाला।

पति से भी उसकी अनबन रहने लगी क्योंकि वो शराब के नशे में रहने लगा था. इसलिए उसे भी जॉली ने मार डाला. इसी बीच उसके पति का चचेरा भाई यानी साजू थॉमस पसंद आ गया. लेकिन वो पहले से ही शादीशुदा था. और जॉली उसे हर हाल में पाना चाहती थी. इसलिए उसने साजू की बीवी और बेटी को मार डाला. वहीं, मैथ्यू को उसने इसलिए मारा क्योंकि रॉय की मौत के बाद वही था जो पोस्टमार्टम करवाने की जिद कर रहा था. पुलिस ने फिर रॉय के चचेरे भाई साजू को भी गिरफ्तार कर लिया. वो भी इसलिए कि कहीं साजू भी इन 6 हत्याओं में शामिल तो नहीं था. क्योंकि बीवी और बेटी की मौत के बाद ही उसने जॉली से शादी कर ली थी. लेकिन साजू के खिलाफ पुलिस को कोई सबूत नहीं मिला. जिसके बाद उसे रिहा कर दिया गया. पुलिस ने माना कि इन 6 हत्याओं के पीछे सिर्फ जॉली का ही हाथ था. साजू को तो इस बात की भनक भी नहीं थी।

जॉली के रिश्तेदार ने दिया था सायनाइड

पुलिस को फिर जांच में पता चला कि जॉली को सायनाइड उसका रिश्तेदार एमएस मैथ्यू ने उपलब्ध करवाया था. मैथ्यू को उसके दोस्त ने सायनाइड दिया था. क्योंकि वो एक ज्वेलरी शॉप में काम करता था. वहां सोने-चांदी को साफ करने के लिए सायनाइड का इस्तेमाल होता है. फिर 1 जनवरी 2020 को 1800 पन्नों की चार्जशीट तैयार करके कोर्ट में पेश करती है. इस खुलासे के बाद देश में जॉली, सायनाइड जॉली के नाम से फेमस हो गई. फिलहाल जॉली जेल में बंद है. फरवरी 2023 में इस केस में सीएफएसल हैदराबाद की फॉरेंसिक रिपोर्ट भी आई. उसने दावा किया गया कि 6 में से 4 शवों में सायनाइड के अंश नहीं मिले हैं. लेकिन केरल हाईकोर्ट ने इस पर कहा कि मौत के इतने साल बीत जाने के बाद हो सकता है कि सायनाइड के अंश बॉडी में न रहे हों. लेकिन जॉली ने अपना गुनाह कबूल किया है. इसलिए वो जेल में ही रहेगी। (एएमएपी)