बीते कुछ वर्षों में भारत देश ने अपनी वैज्ञानिक क्षमता की मिसाल दुनिया के सामने पेश की है। चाहे फिर वह अंतरिक्ष क्षेत्र में अपनी छाप हो या फिर बेहद कम समय में कोविड-19 की स्वदेशी वैक्सीन को बनाना। ऐसी तमाम उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अवसर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हो रहे “मेगा साइंस एंड टेक्नोलॉजी एक्सपो” के दौरान मिल सकता है। 24 जनवरी तक चलने वाले इस एक्सपो में देश के प्रमुख वैज्ञानिक संस्थानों, शैक्षिक संगठनों, अनुसंधान प्रयोगशालाओं, सार्वजनिक उपक्रमों, भारतीय उद्योगों की उपलब्धियों और सफलता के बारे में जाने का अवसर मिलेगा।

मेगा एक्सपो का उद्देश्य

इस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी के आयोजन का उद्देश्य छात्रों और उभरते युवा वैज्ञानिकों और आम जनता को शिक्षित करना और उनमें वैज्ञानिक चेतना का विकास करना है। प्रदर्शनी के अंतर्गत पिछले 8 वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा चलाई गई विभिन्न पहले भी प्रदर्शित की जाएंगी जिसमें आत्मनिर्भर भारत, स्वच्छ भारत अभियान, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया मुख्य रूप से शामिल है।

विज्ञान बनाता है जीवन को सुगम

देश की राजधानी नई दिल्ली में आईआईएसएफ के कर्टन रेजर कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा – ” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के अंतर्गत प्रयोगशाला से धरातल तक वैज्ञानिक सफलताएं पहुंची हैं और जीवन में सुगमता लाने के लिए हर घर में विज्ञान के अनुप्रयोग का उपयोग किया गया है।” यह मेगा साइंस एंड टेक्नोलॉजी एक्सपो इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल का एक प्रमुख घटक है। आईआईएसएफ का आयोजन भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, जैव-प्रौद्योगिकी विभाग, वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद द्वारा मध्य प्रदेश सरकार, मध्यप्रदेश विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद, और विज्ञान भारती के सहयोग से किया जा रहा है। अंतरिक्ष विभाग और परमाणु ऊर्जा विभाग कि सहभागिता भी इस वर्ष का एक मुख्य आकर्षण होगी।

भारत के व्यापक और बहुआयामी प्रयासों की झलक

स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष 2047 तक आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करने और देश को एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका महत्वपूर्ण है। स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाँठ को भारत अपनी आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। इसी के साथ अगले 25 वर्षों के अमृतकाल के दौरान देश को वैज्ञानिक महाशक्ति बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत के व्यापक और बहुआयामी प्रयासों की झलक यहाँ देखने को मिलेगी। इस मेगा प्रदर्शनी की थीम – ‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ अमृतकाल की ओर अग्रसर’ है। (एएमएपी)