आपका अखबार ब्यूरो।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से “पंच प्रण” की बात की थी। इस “पंच प्रण” की गंभीरता और सार्थकता को समझते हुए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र और बहुभाषी न्यूज एजेंसी हिन्दुस्थान समाचार भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से 20 से 22 अक्तूबर तक तीन दिवसीय कार्यक्रम “दीपोत्सवः पंच प्रण” का आयोजन कर रहे हैं। यह कार्यक्रम नई दिल्ली के जनपथ मार्ग पर जनपथ भवन में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के प्रांगण में आयोजित होगा।
इस तीन दिवसीय आयोजन में देश के कई प्रसिद्ध विचारक “पंच प्रण” पर आधारित विषयों पर विचार रखेंगे और देश के सुप्रसिद्ध कलाकार अपने गायन, नृत्य और वादन की बहुरंगी छटा बिखेरेंगे। कार्यक्रम की शुरुआत 20 अक्तूबर को अपराह्न 3.00 बजे चाक पूजन से होगी। इसके बाद अपराह्न 3.30 बजे “औपनिवेशिकता से मुक्ति अर्थात ‘स्व-तंत्र’ को साकार करना” विषय पर “तुगलक” पत्रिका के संपादक व प्रसिद्ध विचारक एस. गुरुमुर्ति तथा अयोध्या के “हनुमान निवास” के महंत आचार्य मिथिलेशनंदिनी शरण जी महाराज अपने विचार रखेंगे। इस सत्र की अध्यक्षता प्रसिद्ध पत्रकार श्री रामबहादुर राय करेंगे। सायं 5.30 बजे से बनारस घराने की सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका पद्मश्री सोमा घोष गायन प्रस्तुत करेंगी। इसके बाद प्रसिद्ध भोजपुरी लोक गायिका सुश्री चंदन तिवारी चरखा गीत और सुप्रसिद्ध बाउल गायक मधुसुदन बाउल द्वारा बाउल वादन प्रस्तुत किया जाएगा।
दूसरे दिन 21 अक्तूबर को आयोजन की शुरुआत पूर्वाह्न 11.30 बजे होगी। इस दिन “विकसित भारत” विषय पर केरल के राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान के साथ सुप्रसिद्ध रामकथा वाचक अतुल कृष्ण भारद्वाज और आइजीएनसीए के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी के व्याख्यान होंगे। “संस्कृति और धरोहर” विषय पर श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के महामण्डलश्वेर अनंत श्री मां योग योगश्वेरी यति जी का व्याख्यान होगा। इस सत्र की अध्यक्षता हिन्दुस्थान समाचार समूह के अध्यक्ष श्री अरविंद भालचंद्र मार्डीकर करेंगे। “नागरिकों में कर्तव्य भावना” विषय पर चिन्मय मिशन ट्रस्ट, नई दिल्ली के आचार्य प्रकाशानन्द गिरी अपने विचार व्यक्त करेंगे। अध्यक्षता जम्मू कश्मीर कलस्टर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. बेचन लाल जायसवाल करेंगे। शाम 5.30 बजे से सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका सुश्री सुनंदा शर्मा और भजन गायक श्री कुमार विशु गायन प्रस्तुत करेंगे तथा रंगमेल द्वारा दीप नृत्य और आर्यभट्ट कॉलेज द्वारा बांस नृत्य प्रस्तुत किया जाएगा।
तीसरे दिन 21 अक्तूबर को कार्यक्रम अपराह्न 3.30 बजे से प्रारम्भ होगा। प्रसिद्ध विचारक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य श्री इन्द्रेश कुमार “एकता और एकात्मता” विषय पर व्याख्यान देंगे। इसके बाद शाम 5.30 बजे से सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका सुश्री सुचरिता गुप्ता गायन प्रस्तुति देंगी और लोकप्रिय कवि श्री कुंवर जावेद कविता पाठ करेंगे। इसके उपरांत श्रीराम भारतीय कला केंद्र द्वारा रामलीला का मंचन किया जाएगा। यह एक अनूठी रामलीला है, जिसमें संपूर्ण रामकथा को सवा दो घंटे में प्रस्तुत किया जाता है।
कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कला केंद्र के अध्यक्ष श्री रामबहादुर राय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल लिले की प्राचीर से जिस पंच प्रण का आह्वान किया था, उसी आह्वान को समझाने के लिए हिन्दुस्थान समाचार और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र ने भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से तीन दिनों का आयोजन किया है, जिसमें लोग अपने विचार रखेंगे, पंच प्रण को समझेंगे, समझाएंगे। जो सुनेंगे, उनमें भी प्रेरणा जगेगी। पंच प्रण भारत को एक नए उत्साह से भरने का प्रण है।
कला केंद्र के सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने कहा कि इस तीन दिवसीय आयोजन के दौरान हम सब साझा करेंगे, भारत की उस अनूठी विरासत को, जो हमारी मिट्टी से जुड़ी है। और साथ ही साझा करेंगे, ऐसे तमाम गीत और नृत्य, जो हमारे अंदर ऊर्जा भरते हैं, उल्लास भरते हैं, उमंग भरते हैं। इस दीपोत्सव में हम विशेष रूप से  पांच प्रणों पर आधारित व्याख्यानों की शृंखला और चर्चा आयोजित करने जा रहे हैं।