राजनीति की पिच पर भारत और कनाडा के बीच इस वक्‍त जो चल रहा है, वह अपनी जगह है लेकिन क्रिकेट के मैदान में वह भी वर्ल्ड कप में इन दोनों देशों के नाम सबसे बुरे रिकार्ड के लिए भी याद किए जाते हैं।भारत के नाम एक रिकॉर्ड है सबसे कम रन से हारने का है । संयोग देखिए कि भारत ने ही अपने रिकॉर्ड को दोहरा लिया था । वह भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ। जी हां, ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड कप में भारत को एक नहीं, बल्कि दो-दो बार एक रन से हराया है। ऑस्ट्रेलिया एक अकेली किस्मत वाली टीम है, जिसने वर्ल्ड कप में एक रन से कोई मुकाबला जीता है। तब भारत एक अकेली टीम, जिसे इस टूर्नामेंट में एक रन से शिकस्त मिली।

इसी प्रकार से वर्ल्ड कप के लोएस्ट स्कोर की लिस्ट में कनाडा का नाम लगातार दो बार आता है। कनाडा की टीम 1979 के वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ महज 45 रन पर ढेर हो गई थी। यह उस वक्त वर्ल्ड कप का सबसे छोटा स्कोर भी था। 1999 तक यही वर्ल्ड कप का लोएस्ट स्कोर बना रहा। लेकिन 2003 में यह रिकॉर्ड टूट गया। कनाडा की टीम 2003 के वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ महज 36 रन पर ढेर हो गई। इस तरह कनाडा ने अपने ही खराब रिकॉर्ड को दोबारा दोहरा दिया।

एक रन से हार का पहला वाकया

आपको बतादें कि वर्ल्ड कप में भारत को एक रन से दर्द देने वाली पहली हार 1987 में मिली थी। ऑस्ट्रेलिया ने मैच में पहले बैटिंग कर 6 विकेट पर 270 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारत ने एक समय 9 विकेट पर 269 रन बना लिए थे। भारत को आखिरी 2 गेंद पर जीत के लिए 2 रन चाहिए थे। लेकिन 2 रन छोड़िए, भारत एक रन भी नहीं बना सका। स्ट्राइक एंड पर मौजूद आखिरी भारतीय बैटर मनिंदर सिंह उम्मीद पर खरे नहीं उतरे। स्टीव वॉ ने 50वें ओवर की पांचवीं गेंद पर सिंह को क्लीन बोल्ड कर दिया। इस तरह भारत एक रन से मैच हार गया।

दूसरा वाकया

वर्ल्ड कप में भारत के साथ एक रन से हार का दूसरा दर्दनाक वाकया 1992 में हुआ। एक मार्च 1992 को ब्रिस्बेन में हुए मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने 9 विकेट पर 237 रन बनाए। लेकिन जब भारत की बैटिंग आई, तब साथ में बारिश भी आ गई, जो भारतीय टीम पर भारी पड़ गई। भारतीय पारी के 17वें ओवर के दौरान बारिश आने के बाद टारगेट रिवाइज कर दिया गया। भारत को 47 ओवर में 236 रन का नया टारगेट मिला। यानी भारतीय पारी के ओवर 3 कम हुए लेकिन ऑस्ट्रेलिया का स्कोर सिर्फ दो रन कम किया गया। कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन की 93 रन की खूबसूरत पारी खेली। इसके बावजूद भारतीय टीम 47 ओवर में 234 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर एक रन से जीत गया।(एएमएपी)