भारत में कई धर्मों के लोग रहते हैं। धर्म अक्‍सर भारत में चर्चा का विषय रहता है। अभी हाल ही में अयोध्‍या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्‍ठा को लेकर हिन्‍दू धर्म के लोगों में एक अलग ही उत्‍साह दिखाई दिया। प्राण प्रतिष्‍ठा के बाद लोग अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन के लिए बेताब दिख रहे हैं। लेकिन दुनिया में ऐसे भी देश हैं जहां ज्‍यादातर लोग भगवान में विश्‍वास नहीं रखते हैं। यहां के लोग भगवान को नहीं मानते। इन देशों को सबसे नास्‍त‍िक देश माना गया है।सबसे नास्‍त‍िक देश की बात करें तब पहले नंबर पर चीन आता है। वर्ल्‍ड जनसंख्या सर्वे 2023 के मुताबिक, यहां 91 फीसदी आबादी ईश्वर को नहीं मानती। कोई धर्म फॉलो नहीं करती। एक सर्वे में 61 फीसदी चीनियों ने ईश्वर के अस्‍त‍ित्‍व को ही नकार दिया। वहीं, 29 फीसदी ने खुद को नास्‍त‍िक बताया। यहां पूर्वजों की शिक्षा का अनुसरण करने की परंपरा।

जापान दूसरे नंबर पर आता है। यहां 86 फीसदी लोग किसी धर्म को नहीं मानते और खुद को नास्‍त‍िक बताते हैं। 29 फीसदी लोगों का कहना है कि ईश्वर, गॉड या भगवान जैसी कोई चीज नहीं होती। यहां के लोग शिंतो धर्म का अनुसरण करते हैं। शिंतोइज्‍म को मानने वाले लोग ईश्वर जैसे दिव्‍य शक्‍त‍ि में यकीन नहीं करते। स्‍वीडन नास्तिक देशों में तीसरे नंबर पर आता है। यहां के 78 फीसदी लोगों का किसी धर्म और किसी भगवान में कोई भरोसा नहीं। यहां बीते कुछ वर्षों में सेकुलरिज्‍म तेजी से बढ़ा है। सिर्फ 8 फीसदी लोग ही किसी धार्मिक संस्‍था से जुड़े हुए हैं।

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इनके अलावा चौथे नंबर पर चेक गणराज्‍य है। यहां नास्‍त‍िकता 19वीं सदी से चली आ रही है, जब कम्‍युनिस्‍ट शासन के दौरान स्‍वतंत्र विचार में ज्‍यादा विकास देखा गया। सूची में पांचवें नबर पर ब्रिटेन है। यहां के 72 फीसदी लोगों ने खुद को अधार्मिक बताया। 13 फीसदी लोग हैं, जो खुद को नास्‍त‍िक मानते हैं। यहां नास्‍त‍िकता यूरोप के अन्‍य देशों की तुलना में कहीं ज्‍यादा है।(एएमएपी)