
महिलाएं हेल्दी रहने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
आयरन की कमी
भारतीय महिलाओं में अक्सर आयरन की कमी पाई जाती है, जबकि यह सबसे जरूरी मिनरल्स में से एक है जो रेड ब्लड सेल्स के निर्माण और ऑक्सीजन के परिवहन के लिए जरूरी है। आयरन की कमी के कारण महिलाएं एनीमिया की शिकार हो जाती हैं। दरअसल मेंस्ट्रुएशन के दौरान हेवी ब्लड फ्लो के कारण महिलाओं को ये समस्या हो जाती है। इसके लिए महिलाएं विटामिन सी का सेवन करें। संतरा मौसंबी जैसे फलों के जूस का सेवन करें। ताजा चुकंदर या अनार का रस पिएं। अनार आयरन से भरपूर होते हैं और साथ में कॉपर और पोटेशियम जैसे अन्य पोषक तत्व से भी भरपूर होते हैं। अगर ये जूस का सेवन नियमित रूप से किया जाए तो स्वस्थ ये स्वस्थ रहने में मदद कर सकते हैं
कैल्शियम
बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं में कैल्शियम की कमी भी देखने को मिलती है। यही वजह है कि महिलाओं को ओस्टियोपोरोसिस की समस्या हो जाती है, इसलिए शुरू से ही भरपूर मात्रा में कैल्शियम के लेवल को बनाए रखना जरूरी है। इससे ना सिर्फ हड्डियों की सेहत को फायदा पहुंचता है, बल्कि दांतो को भी मजबूती मिलती है। हार्ट और नर्वस कामकाज में भी मदद करता है।
विटामिन बी 12
महिलाओं में विटामिन b12 की भी कमी देखने को मिलती है। खासकर उन महिलाओं को जो शाकाहारी है क्योंकि विटामिन b12 मुख्य रूप से पशु उत्पादों में पाया जाता है। इससे ब्लड नर्वस और ब्रेन के कार्यों में मदद मिलती है। विटामिन b12 थकान। बाल झड़ना , डिप्रेशन, कमजोरी और सुस्ती आने जैसी समस्या से बचाता है। शाकाहारी महिलाओं को विटामिन बी 12 की कमी को पूरा करने के लिए दूध, दही, पनीर सहित अन्य डेयरी उत्पादों का सेवन करना चाहिए। जो महिलाएं मांसाहारी हैं उन्हें रेड मीट, मछली सालमन फिश, टूना मछली का सेवन करना चाहिए
कैल्शियम
महिलाओं में कैल्शियम की कमी शरीर की हड्डियों में दर्द का कारण बन सकता है। कैल्शियम की कमी से महिलाओं में बढ़ती उम्र के साथ ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में महिलाएं को अपनी डाइट में अधिक से अधिक डेयरी उत्पादों शामिल करने चाहिए। चिया सीड्स पत्तेदार सब्जियां, बादाम और अंजीर भी कैल्शियम के अच्छे स्रोत हैं।
ओमेगा 3 फैटी एसिड
महिलाओं को नियमित रूप से अखरोट, अलसी के बीज, सोया, एवोकाडो, मछली, अंडा जैसी चीजों को खाना चाहिए। ये सभी चीज़ें शरीर में ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी नहीं होने देती हैं। बता दें, शरीर में ओमेगा 3 फैटी एसिड की कमी होने से महिलाएं अक्सर डिप्रेशन का शिकार हो जाती हैं और उनकी मेंटल हेल्थ पर इसका बुरा असर पड़ता है।(एएमएपी)