माया नरोलिया, उमेशनाथ महाराज और बंसीलाल गुर्जर को दिया टिकट

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्यसभा चुनाव के लिए बुधवार को अपने कुछ और प्रत्याशियों की घोषणा की है। जारी सूची में 5 उम्मीदवारों के नाम हैं। भाजपा ने ओडिशा से केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को उम्मीदवार बनाया है, जबकि मध्य प्रदेश से माया नरोलिया और एल मुरुगन, बंसीलाल गुर्जर और उमेश नाथ महाराज को टिकट दिया है। राष्ट्रीय राजनीति में भले ही इन नेताओं की कोई खास पहचान ना हो, लेकिन मध्य प्रदेश में इनका बड़ा प्रभाव है। तीनों नेताओं के जरिए पार्टी ने कई तरह के समीकरण साधने की कोशिश की है। आइए आपको बताते हैं कि आखिर ये तीनों नेता कौन हैं और क्यों पार्टी ने उन्हें उच्च सदन भेजने का फैसला किया।

माया नारोलिया

माया नारोलिया मध्य प्रदेश में भाजपा की महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं। वह पार्टी के लिए लंबे समय से जमीनी स्तर पर काम कर रही हैं। पिछले साल के अंत में मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली रिकॉर्ड जीत में महिलाओं की भूमिका बेहद अहम रही। एक तरफ जहां माया नारोलिया को राज्यसभा भेजकर उन्हें उनके कामकाज का इनाम दिया गया है तो दूसरी तरफ आधी आबादी को आगे बढ़ाने का भी संदेश देने की कोशिश की गई है।

उमेश नाथ महाराज

भाजपा ने योगी संत उमेश नाथ महाराज को भी राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। वह उज्जैन के वाल्मीकि धाम आश्रम के प्रमुख पीठाधीश्वर हैं। वाल्मीकि समाज से आने वाले उमेश नाथ महाराज का समाज पर बड़ा प्रभाव है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से लेकर गृहमंत्री अमित शाह तक उनसे आशीर्वाद लेते दिख चुके हैं। सिंहस्थ कुंभ में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संत उमेश नाथ जी महाराज के साथ समरसता नहान भी किया था।  पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उनसे आशीर्वाद लेने पहुंचते थे। 7 जनवरी को सीएम डॉक्टर मोहन यादव वाल्मीकि धाम पहुंचे थे और महंत उमेश नाथ जी से मुलाकात कर उनके गुरु की समाधि के दर्शन किए थे।

बंसीलाल गुर्जर

बंसीलाल गुर्जर भाजपा के बड़े किसान नेता हैं। वह भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। मध्य प्रदेश के मंदसौर के रहने वाले गुर्जर ने करीब तीन दशक पहले सरपंच के पद से राजनीति का आगाज किया था। वह किसानों और गुर्जर समुदाय के बीच अच्छा प्रभाव रखते हैं। जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्य और कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष रहे गुर्जर को मध्य प्रदेश सरकार ने 2016 में किसान कल्याण आयोग का अध्यक्ष भी बनाया था।

चार सीट पर भाजपा की जीत है तय

मध्यप्रदेश से राज्यसभा की पांच सीटों पर चुनाव के लिए गुरुवार तक नामांकन होगा। 8 फरवरी को अधिसूचना जारी की गई थी। हालांकि, अभी तक एक भी नामांकनपत्र पेश नहीं हुआ है। राज्य विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या के आधार पर चार सीट भाजपा के खाते में जाना तय माना जा रहा है। एक अन्य सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के विजयी होने की संभावना है। कांग्रेस ने अभी तक उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है। 230 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 163 और कांग्रेस के 66 विधायक हैं। एक अन्य विधायक कमलेश डोडियार सैलाना विधानसभा सीट से भारत आदिवासी पार्टी के बैनर तले चुनाव जीते हैं। मध्यप्रदेश से भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद अजयप्रताप सिंह, कैलाश सोनी, धर्मेंद्र प्रधान और डॉ एल मुरुगन का कार्यकाल 02 अप्रैल को समाप्त हो रहा है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल भी कार्यकाल पूरा हो रहा है।

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अब तक इन उम्मीदवारों को टिकट दे चुकी बीजेपी

राज्यसभा के लिए अभी तक दो लिस्ट जारी की गई है, जिसमें कुल मिलाकर 19 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है। पहली लिस्ट में बीजेपी ने बिहार से दो उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जिसमें धर्मशीला गुप्ता और डॉ भीम सिंह के नाम शामिल हैं। छत्तीसगढ़ से राजा देवेंद्र प्रताप सिंह, हरियाणा से सुभाष बराला, कर्नाटक से नारायणा कृष्णासा भांडगे, उत्तराखंड से महेंद्र भट्ट और पश्चिम बंगाल से सामिक भट्टाचार्य को टिकट दिया गया है। उत्तर प्रदेश से आरपीएन सिंह, सुधांशु त्रिवेदी, चौधरी तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत और नवीन जैन को टिकट दिया गया है।

27 फरवरी को वोटिंग

चुनाव आयोग ने बताया है कि 2 अप्रैल को 50 सदस्य और 3 अप्रैल को छह सदस्य रिटायर हो रहे हैं। राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग 27 फरवरी को की जाएगी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी है, जबकि नामांकन की जांच 16 फरवरी को की जाएगी। इस साल, कुल 69 राज्यसभा सीटों पर चुनाव होना है, जिसमें सबसे पहले 56 सीटों पर चुनाव हो रहा है। (एएमएपी)