श्रीनगर डैम से 3000 हजार क्यूमेक पानी छोड़ा गया।

उत्तराखंड में राजधानी देहरादून सहित अन्य इलाकों में देररात्रि से रुक-रुक कर मूसलाधार वर्षा हो रही है। मौसम विज्ञान विभाग ने 22 जुलाई तक के लिए बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। इस बीच अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। श्रीनगर डैम (मंदाकिनी नदी) से मंगलवार सुबह 3000 हजार क्यूमेक पानी छोड़ा गया है। इसकी सूचना से प्रभावित जिलों का पुलिस और प्रशासन सतर्क हो गया है।देहरादून, मसूरी, चकराता, ऋषिकेश सहित गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में सुबह से तेज हवा चल रही है। बारिश भी हो रही है। इससे तापमान में गिरावट आई है। मौसम ठंडा हो लोग अपने घरों में ठिठुके हुए हैं। देहरादून में सहरपुनर रोड, आईएसबीटी, धर्मपुर और माजरा की सड़कें और सपेरा बस्ती जलमग्न हो गई हैं। इससे आवागमन अवरुद्ध है।

शांति विहार में नाला उफान पर है। इस नाले के सैलाब की चपेट में आए दो मकान और दो दुकानें ध्वस्त हो गईं। सपेरा बस्ती के कई मकानों को आंशिक क्षति हुई है। शांति विहार और नाले के दूसरी ओर सपेरा बस्ती में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले 24 घंटों में मूसलाधार बरसात होने की संभावना है। आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों के लिए येलो और देहरादून सहित 10 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट है। राज्य भर में 19 और 20 जुलाई को येलो अलर्ट, 21 को ऑरेंज और 22 जुलाई के लिए येलो अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है।

राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र के ड्यूटी ऑफिसर व उप सचिव अखिलेश मिश्रा ने जारी पत्र में कहा है कि अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते श्रीनगर डैम से 3000 हजार क्यूमेक पानी छोड़ा गया है। इस संबंध में पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, देहरादून, हरिद्वार के जिला अधिकारियों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं।(एएमएपी)