आपका अखबार ब्यूरो।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए यह खबर किसी बड़े झटके से कम नहीं है। एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, 34 वर्षीय ज़ोहरान क्वामे ममदानी, जिन्होंने बढ़ती जीवन-यापन लागत और घोटालों से ग्रस्त पुराने गार्ड से निराश न्यूयॉर्कवासियों के लिए खुद को एक सशक्त आवाज के रूप में परिवर्तित कर लिया, मंगलवार को शहर के 111वें मेयर चुने गए।
जीत के बाद दिए अपने भाषण में ममदानी ने डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती देते हुए कहा, ’मुझे मालूम है आप यह सब देख रहे हैं। मेरे पास आपके लिए केवल चार शब्द हैं– जरा वॉल्यूम तेज करो।’ उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने कहा था ’अगर न्यूयॉर्क के मेयर के चुनाव में ममदानी जीत गए तो वह न्यूयॉर्क शहर की फंडिंग रोक देंगे।’
भारतीय मूल के ममदानी प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मीरा नायर और कोलंबिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर महमूद ममदानी के बेटे हैं। उनका जन्म और पालन-पोषण युगांडा के कंपाला में हुआ और वे सात साल की उम्र में अपने परिवार के साथ न्यूयॉर्क शहर आ गए। ममदानी हाल ही में (2018 में ही) अमेरिकी नागरिक बने हैं।
उनकी जीत, जो ब्रुकलिन के सभ्य गलियारों से लेकर क्वींस के श्रमिक वर्ग के आप्रवासी इलाकों तक फैली हुई है, ने न्यूयॉर्क के इतिहास में सबसे उल्लेखनीय राजनीतिक उथल-पुथल में से एक को पूरा किया है और जल्द ही सिटी हॉल में एक लोकतांत्रिक समाजवादी को जगह मिलेगी।

ममदानी ने जून में हुए डेमोक्रेटिक प्राइमरी चुनाव की तरह ही पूर्व गवर्नर एंड्रयू एम. कुओमो को हरा दिया। इस तरह न्यूयॉर्क के वोटरों ने ऐसे व्यक्ति को पूरी तरह से नकार दिया जो कभी राज्य का सबसे शक्तिशाली व्यक्ति था, पाँच महीनों में दूसरी बार। रिपब्लिकन कर्टिस स्लीवा तीसरे स्थान पर रहे, और उन्होंने रात में ही हार मान ली।
इस चुनाव के अलावा राष्ट्रपति ट्रंप को धक्का पहुँचाने वाली खबरें और भी हैं। मंगलवार रात को दो डेमोक्रेटिक महिलाओं ने गवर्नर पद के लिए चुनाव में जीत हासिल की है, जिन पर बहुत ध्यान दिया जा रहा था। उन्होंने दो ऑफ-ईयर चुनावों में जीत हासिल की है, जिससे उनकी पार्टी को उम्मीद है कि अगले साल होने वाले मध्यावधि चुनावों के लिए उनकी राह आसान हो जाएगी।
न्यू जर्सी की प्रतिनिधि मिकी शेरिल और वर्जीनिया की पूर्व प्रतिनिधि एबिगेल स्पैनबर्गर की जीत उस पार्टी के लिए बेहद अहम थी जो यह दिखाना चाहती थी कि राष्ट्रपति ट्रंप के उथल-पुथल भरे दूसरे कार्यकाल के लगभग एक साल बाद भी वह उनके खिलाफ गुस्से का इस्तेमाल करना जानती है। और राष्ट्रपति की सबसे बड़ी राजनीतिक प्राथमिकताओं में से एक को लेकर कैलिफ़ोर्निया में एक और जंग जारी थी।



