रविवार को ‘एनबीसी न्यूज’ को दिए एक साक्षात्कार में अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह ओवल ऑफिस (राष्ट्रपति का औपचारिक कार्यस्थल) में प्रवेश करने के बाद अवैध तरीके से देश में रह रहे सभी प्रवासियों को उनके देश वापस भेजे जाने की योजना को आगे बढ़ाएंगे और साथ ही उन्होंने कहा कि वह लोगों के लिए यहां आना आसान करेंगे।

ट्रंप की यह पहल कानूनी रूप से अमेरिका आने वाले अधिकतर भारतीयों के लिए मददगार साबित हो सकती है। जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या उनकी योजना यहां अवैध रूप से रह रहे सभी लोगों को उनके देश वापस भेजने की है, तो उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ऐसा करना होगा।’’

ट्रंप ने कहा, ‘‘आपके पास नियम, विनियम, कानून होने चाहिए। वे अवैध रूप से यहां आए हैं, जो उन लोगों के साथ बहुत गलत व्यवहार है जो लोग वैध तरीके से देश में आने के लिए 10 साल से इंतजार कर रहे हैं। हम लोगों के लिए अमेरिका आना बहुत आसान बनाने जा रहे हैं, उन्हें इसके लिए परीक्षा से गुजरना होगा। वे यह बताने में सक्षम होने चाहिए कि ‘स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी’ क्या है। उन्हें देश के बारे में थोड़ी जानकारी होनी चाहिए और उन्हें हमारे देश से प्यार करना होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले तीन सालों में हमारे देश में 13,099 हत्यारे रिहा हुए हैं। वे सड़कों पर घूम रहे हैं और वे बहुत खतरनाक हैं। आप ऐसे लोगों को इस देश में नहीं चाहते। हमें अपराधियों को अपने देश से बाहर निकालना होगा।’’

कनाडा, मैक्सिको अमेरिका का हिस्सा बन जाएं

डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका अपने दो पड़ोसी देशों कनाडा और मैक्सिको को क्रमश: 100 अरब डॉलर और 300 अरब डॉलर की सब्सिडी दे रहा है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो इन दोनों देशों को अमेरिका का हिस्सा बन जाना चाहिए।

78 वर्षीय ट्रंप ने धमकी दी है कि अगर कनाडा और मैक्सिको ने अपने अपने क्षेत्रों से अमेरिका में अवैध अप्रवासियों के प्रवाह को नहीं रोका तो वह दोनों देशों पर भारी शुल्क लगा देंगे। ट्रंप ने साक्षात्कार में कहा, ‘‘हम कनाडा को हर साल 100 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की सब्सिडी दे रहे हैं। हम मैक्सिको को लगभग 300 अरब अमेरिकी डॉलर की सब्सिडी दे रहे हैं। हमें सब्सिडी नहीं देनी चाहिए। हम इन देशों को सब्सिडी क्यों दे रहे हैं? अगर हम उन्हें सब्सिडी दे रहे हैं, तो उन्हें अमेरिका का एक राज्य बन जाना चाहिए।’’ अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद रविवार के ‘टॉक शो’ में ट्रंप का यह पहला साक्षात्कार था।

उन्होंने कहा, ‘‘हम मैक्सिको को सब्सिडी दे रहे हैं, हम कनाडा को सब्सिडी दे रहे हैं और हम दुनिया भर के कई देशों को सब्सिडी दे रहे हैं। मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि सभी को समान, तीव्र और निष्पक्ष अवसर मिले।’’ ट्रंप ने कुछ अमेरिकी सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) की इस टिप्पणी का खंडन किया कि शुल्क से अमेरिका को नुकसान होगा और आम वस्तुओं की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे आम लोगों पर दबाव बढ़ेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘इसका अमेरिकियों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने हमारे लिए एक बेहतरीन अर्थव्यवस्था बनाई। अगर हमें युद्ध एवं अन्य चीजों के साथ शुल्क से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है तो मैं युद्ध का जवाब शुल्क (कर) से देना चाहूंगा। मैं यही कहूंगा कि आप लोग लड़ना चाहते हैं, तो अच्छी बात है आप लड़िए। लेकिन, आप दोनों ही अमेरिका को 100 प्रतिशत शुल्क का भुगतान करेंगे। अगर सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो शुल्क के कई उद्देश्य हैं। मैं यह नहीं कहता कि आप उनका पागलों की तरह इस्तेमाल करें। मैं कहता हूं कि उनका सही तरीके से इस्तेमाल करें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इससे देश को कोई नुकसान नहीं होगा, बल्कि इससे इस देश को पैसे मिलेंगे। हमें कभी भी पूरी ताकत से काम करने का मौका नहीं मिला क्योंकि हमने इससे पूर्व कोविड-19 महामारी से जंग लड़ी। हमने इसे बहुत अच्छे से, सफलतापूर्वक निपटाया। जब मैंने सत्ता की बागडोर जो बाइडन (निवर्तमान राष्ट्रपति) को सौंपी थी, तो शेयर बाजार कोविड-19 महामारी के आने से ठीक पहले की तुलना में अधिक था। शुल्क (कर), अगर सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो यह न केवल आर्थिक रूप से, बल्कि अर्थशास्त्र के बाहर अन्य चीजों को प्राप्त करने के लिए भी एक बहुत शक्तिशाली उपकरण है।’’ ट्रंप से पूछा गया था, ‘‘क्या आप ये शुल्क लगाने जा रहे हैं या यह सिर्फ बातचीत की रणनीति है?’’

ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। कनाडा और विशेष रूप से मैक्सिको से हमारे देश में लाखों लोग आ रहे हैं। मैंने दोनों देशों कनाडा और मैक्सिको के नेताओं से बात की। मैंने जस्टिन ट्रूडो से बात की। वह फोन पर बात होने के लगभग 15 सेकंड के भीतर ही ‘मार-ए-लागो’ (ट्रंप के स्वामित्व वाला निजी क्लब) के लिए रवाना हो गए। वह मार-ए-लागो में थे। हम रात्रिभोजन कर रहे थे और इस बारे में बात कर रहे थे।’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘मैंने मैक्सिको के राष्ट्रपति और जस्टिन ट्रूडो से कहा, अगर यह नहीं रुका तो मैं आपके देश पर लगभग 25 प्रतिशत शुल्क लगाऊंगा।’’