
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण भी इस मीटिंग को लेकर आपत्ति जता चुके हैं। कांग्रेस और सेना दोनों ने ही कहा कि शरद पवार का भतीजे से लगातार गुपचुप मिलते रहना गलत है। इससे खराब संदेश जा रहा है। वहीं शरद पवार इन मुलाकातों को फैमिली मैटर से ज्यादा कुछ नहीं बता रहे। शनिवार की मीटिंग को लेकर भी सीनियर पवार ने कहा, ‘अजित पवार मेरे भतीजे हैं। चाचा और भतीजे के बीच आखिर एक मुलाकात को लेकर इतनी चर्चाएं क्यों हो रही हैं।’
पवार फैमिली के चाचा-भतीजे की इन मुलाकातों के बाद हलचल तेज है। यहां तक कि रविवार को उद्धव ठाकरे और नाना पटोले की भी मुलाकात हुई। कहा जा रहा है कि इस मीटिंग में यह चर्चा हुई कि अब क्या किया जाए। कहा यह भी जा रहा है कि अब शिवसेना और कांग्रेस इस संभावना पर भी विचार कर रहे हैं कि क्या बिना एनसीपी के ही चुनाव में उतरने की तैयारी की जाए? नाना पटोले ने यह भी कहा कि शरद पवार और अजित पवार के बीच बैठकों की जानकारी राहुल गांधी को भी दी जाएगी।
अजित इतने बड़े नहीं कि शरद पवार को ऑफर दें : संजय राउत
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के अपने चाचा शरद पवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह देने की पेशकश पर अब उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अजित इतने बड़े नेता नहीं है कि शरद पवार को ऑफर दे सकें। राउत ने कहा कि अजित पवार को शरद पवार साहब ने बनाया है। न कि भतीजे ने अपने चाचा को बनाया। उन्होंने कहा कि 60 वर्ष से भी ज्यादा समय पवार साहब ने संसदीय राजनीति में बिताए हैं। साथ ही चार बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनका जो कद है वह बहुत बड़ा है। राउत ने आगे कहा कि अजित पवार का इतना बड़ा कद नहीं है कि वह शरद पवार को कोई ऑफर दे सकें। (एएमएपी)



