प्रशांत किशोर बोले- यूसीसी देश में लागू करना आसान नहीं
जन सुराज के संयोजक व प्रमुख चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि देश की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए यूसीसी को लागू करना आसान नहीं है। किशोर ने कहा कि अनुच्छेद 370 कश्मीर से जुड़ा हुआ एक मामला था जो भारत के एक भू-भाग को प्रभावित करता था। इसी तरह राम मंदिर बन रहा है उससे भी पूरे देश की जनता प्रभावित नहीं हो रही है। क्योंकि राम मंदिर का मामला एक वर्ग की भावना से जुड़ा है। रणनीतिकार ने कहा कि समान नागरिक संहिता ही एक ऐसा मुद्दा है जो देश के एक बड़े जनसंख्या को सीधे तौर पर प्रभावित करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति मे यूसीसी कानून देश में लागू करना ज्यादा कठिन है। अगर यह कानून लागू होता है तो इसके परिणाम और कुपरिणाम भी बड़े हो सकते हैं।

यूसीसी सबंधी कदम के पीछे चुनावी एजेंडा : केरल सीएम
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आरोप लगाया कि भाजपा की ओर से यूसीसी को लेकर उठाए जा रहे कदम के पीछे चुनावी एजेंडा है। उन्होंने केंद्र सरकार से इस संबंध में उठाए गए कदम को वापस लेने की भी अपील की। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता विजयन ने कहा कि केंद्र के कदम को देश की बहु सांस्कृतिक विविधता को मिटाकर केवल बहुमत के सांप्रदायिक एजेंडे ‘एक देश, एक संस्कृति’ को लागू करने की योजना’ के तौर पर देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और विधि आयोग को समान नागरिक संहिता के संदर्भ में उठाए गए कदमों को वापस ले लेना चाहिए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि समान नागरिक संहिता लागू करने के बजाय पर्सनल लॉ में भेदभावपूर्ण नियमों में सुधार की कोशिश करनी चाहिए और इस संबंध में सभी पक्षकारों से सहयोग मांगना चाहिए।
… तो खड़ा हो सकता है तूफान: फारूक अब्दुल्ला
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार को देश में समान नागरिक संहिता को लागू करने पर ‘पुनर्विचार’ करना चाहिए। श्रीनगर से सांसद ने कहा कि अगर सरकार समान नागरिक संहिता को लेकर आगे बढ़ती है तो तूफान खड़ा हो सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को देश और इसकी विविधता के बारे में सोचना चाहिए, यहां पर सभी धर्मों के लोग रहते हैं और मुसलमानों के पास अपना शरिया कानून है। केंद्र को इस बारे में बार-बार सोचना चाहिए और अगर वे यूसीसी की दिशा में कदम उठाते हैं तो तूफान खड़ा हो सकता है।
यूसीसी को लेकर आप में दिखा मतभेद
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यूसीसी के मुद्दे पर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आने के साथ धर्म के बारे में बात शुरू कर देना भाजपा का एजेंडा है। भाजपा समान नागरिक संहिता को लागू करने को लेकर तर्क दे रही है कि इसकी परिकल्पना संविधान में की गई है। इस तर्क पर सवाल उठाते हुए मान ने कहा कि संविधान यह भी कहता है कि समान नागरिक कानून लागू करें बशर्ते सभी नागरिक सामाजिक रूप से समान हों। उन्होंने सवाल किया, ‘क्या हम सामाजिक रूप से एक समान हैं? नहीं, ऐसे कई लोग हैं जो दबे हुए हैं।’ मान का बयान आम आदमी पार्टी द्वारा समान नागरिक संहिता को ‘सैद्धांतिक रूप से समर्थन’ देने के कुछ दिन बाद आया है। ‘आप’ ने 28 जून को सैद्धांतिक रूप से समान नागरिक संहिता का समर्थन किया था। साथ ही कहा कि इसे सभी हितधारकों से चर्चा करने के बाद आम सहमति से लागू किया जाना चाहिए। (एएमएपी)



